Edited By Khushi, Updated: 22 Jul, 2025 12:32 PM

रांची: झारखंड के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि खनन पर्यटन न केवल हमारे राज्य की औद्योगिक ताकत को प्रदर्शित करेगा, बल्कि पर्यटकों को ऊर्जा क्षेत्र और इसके समृद्ध इतिहास पर एक अनूठा दृष्टिकोण भी प्रदान करेगा।
रांची: झारखंड के पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि खनन पर्यटन न केवल हमारे राज्य की औद्योगिक ताकत को प्रदर्शित करेगा, बल्कि पर्यटकों को ऊर्जा क्षेत्र और इसके समृद्ध इतिहास पर एक अनूठा दृष्टिकोण भी प्रदान करेगा। पर्यटन मंत्री कुमार ने सोमवार को झारखंड मंत्रालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड एवं सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के बीच खान पर्यटन को लेकर हुए एक ऐतिहासिक समझौता के दौरान कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर झारखंड राज्य की दूरदर्शी सोच और साहसी निर्णयों का परिणाम है।
कुमार ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को हार्दिक बधाई देता हूं, जिनके नेतृत्व में झारखंड पर्यटन, उद्योग और सांस्कृतिक विरासत को नए आयाम देने के लिए प्रयासरत है। 'यह साझेदारी झारखंड के पर्यटन सफर में एक नए अध्याय की शुरुआत है। समारोह में सीसीएल की ओर से अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक निलेंदु कुमार सिंह तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। पर्यटन निदेशालय की ओर से निदेशक पर्यटन विजया जाधव, झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्प्रेम रंजन सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए। प्रारंभिक रूप से यह माइनिंग टूरिज्म उत्तर उरीमारी माइंस से शुरू होगा एवं भविष्य में अन्य स्थान जोड़े जा सकेंगे। यह समझौता 5 वर्षों के लिए होगा, जिसे आगे 5 वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है।
झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड पर्यटकों की बुकिंग करेगा और प्रति सप्ताह दो दिन खनन पर्यटन की सुविधा प्रदान करेगा। समूह आकार 10-20 व्यक्तियों का होगा। सभी पर्यटकों को खनन में प्रवेश से पूर्व सीसीएल के नियमों, सुरक्षा निर्देशों एवं स्वास्थ्य मानकों का पालन करना अनिवार्य होगा। सीसीएल द्वारा प्रवेश की अनुमति अंतिम रूप से दी जाएगी। सीसीएल पर्यटकों को खनन की कार्यप्रणाली समझाने के लिए गाइड उपलब्ध कराएगा। झारखंड पर्यटन विकास निगम लिमिटेड खनन पर्यटन का प्रचार-प्रसार करेगा। वहीं सीसीएल आवश्यकतानुसार सहयोग प्रदान करेगा।