Edited By Harman, Updated: 21 Nov, 2024 09:07 AM
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान बुधवार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। चुनाव संपन्न होने के बाद निर्वाचन सदन धुर्वा में राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि...
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण का मतदान बुधवार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया। चुनाव संपन्न होने के बाद निर्वाचन सदन धुर्वा में राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि सभी के सहयोग से दूसरे चरण का मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया है। शाम पांच बजे तक लगभग 67.59 प्रतिशत मतदान हुआ है। के रवि कुमार ने बताया कि इवीएम मशीन गुरुवार दोपहर बाद तक स्क्रूटनी के बाद स्ट्रांग रूम में सील कर दी जाएंगीं। साथ ही उन्होंने बताया कि आदर्श आचार संहिता उल्लंघन में बुधवार को पांच केस दर्ज किये गये हैं और एक पर केस दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है।
आचार संहिता लागू होने के बाद कुल 207.36 करोड़ की अवैध सामग्री और नकदी बरामद
के रवि कुमार ने बताया कि मतदान को लेकर बंगाल और बिहार से जुड़ी सीमा को सील कर दिया गया था। वहां 114 नाका बनाये गये थे। बिहार और बंगाल ने भी सहयोग करते हुए अपने सीमा क्षेत्र में 124 नाका बनाये थे। इस दौरान 115 अवैध आग्येनास्त्र और 1800 कारतूस जब्त किये गये हैं। उसके साथ 34 हजार लोगों पर वैधानिक कार्रवाई की गयी है। पूरे चुनाव के दौरान सिर्फ राज्य पुलिस ने 163 करोड़ रुपये की अवैध सामग्री और नकदी जब्त की है। वहीं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद से अब तक कुल 207.36 करोड़ की अवैध सामग्री और नकदी की जब्ती की जा चुकी है।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में मतदानकर्मी इवीएम मशीन के साथ लौट रहे:एवी होमकर
वहीं राज्य पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर ने बताया कि मतदान की समाप्ति के बाद मतदानकर्मी इवीएम मशीन के साथ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी में अपने-अपने गंतव्य पर लौट रहे हैं। उन्होंने बताया कि दूसरे चरण के चुनाव में 891 बूथ नक्सलियों को लेकर संवेदनशील थे। वहीं 6828 बूथ क्रिटिकल कैटेगरी में थे। इसे लेकर 585 कंपनी अर्द्धसैनिक बल की तैनाती की गयी थी। उसके साथ 60 कंपनी राज्य सश्स्त्र बल की भी थी। इसके अलावा होमगार्ड और राज्य पुलिस के 26000 अतिरिक्त जवानों को लगाया गया था। नक्सलियों से जुड़े इलाके में कोबरा और झारखंड जगुआर के जवान लगातार सक्रिय थे।