Edited By Swati Sharma, Updated: 08 Jun, 2023 07:31 PM

बिहार के रोहतास जिसे में पिलर और स्लैब के बीच में फंसे 11 साल के मासूम की रेस्क्यू के बाद मौत हो गई है। दरअसल, बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। इसके बाद बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उसने रास्ते ही में ही दम तोड़...
Bihar News: बिहार के रोहतास जिसे में पिलर और स्लैब के बीच में फंसे 11 साल के मासूम की रेस्क्यू के बाद मौत हो गई है। दरअसल, बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। इसके बाद बच्चे को गंभीर हालत में अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

दो दिन से लापता था बच्चा
बता दें कि बच्चे को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने करीब 25 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था। जानकारी के अनुसार, 11 साल का बच्चा रंजन कुमार खिरियावं पंचायत के खिरिआवं गांव का रहने वाला था। उसके पिता का नाम शत्रुघ्न प्रसाद है। बताया जा रहा है कि बच्चा दो दिन से लापता था। परिजनों के द्वारा बच्चे की खोजबीन की जा रही थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। तभी रास्ते से गुजर रही एक महिला ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो अन्य लोगों को सूचना दी गई। फिर इसकी जानकारी घरवालों को दी गई। इसके बाद परिजन जिले के नासरीगंज अतिमि पंचायत के अतिमि गांव स्थित नासरीगंज दाऊदनगर सोन पुल पर पहुंचे।

बुधवार शाम 4 बजे से जारी था रेस्क्यू
पहले परिजनों ने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर खुद बच्चे को निकलाने की कोशिश की, लेकिन जब सफल नहीं हो सके तो घटना की जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी गई। सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। बुधवार शाम 4 बजे से रेस्क्यू जारी था। बच्चे के पिता शत्रुघ्न ने बताया कि बेटा रंजन मानसिक रूप से विक्षिप्त है।