Edited By Ramanjot, Updated: 09 Mar, 2025 12:53 PM

बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Nitin Naveen) ने शनिवार को जानकारी देते हुए कहा कि एनएच-327ई के उन्नयन से क्षेत्र में भारी यातायात दबाव को कम किया जा सकेगा। इस परियोजना से घनी आबादी वाले क्षेत्रों में यातायात की सुगमता बढ़ेगी और भारी वाहनों...
Bihar News: बिहार में राष्ट्रीय राजमार्गों (NH) के उन्नयन की दिशा में केंद्र सरकार (Central Government) ने एनएच-327 ई के परसरमा-अररिया खंड के उन्नयन (Upgradation)को मंजूरी दे दी, जिसके तहत 111.82 किलोमीटर लंबे राजमार्ग को दो लेन पेव्ड शोल्डर (Two lanes paved shoulder) के रूप में विकसित किया जाएगा।
भारी यातायात दबाव होगा कम
बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन (Nitin Naveen) ने शनिवार को जानकारी देते हुए कहा कि एनएच-327ई के उन्नयन से क्षेत्र में भारी यातायात दबाव को कम किया जा सकेगा। इस परियोजना से घनी आबादी वाले क्षेत्रों में यातायात की सुगमता बढ़ेगी और भारी वाहनों के लिए बाईपास (Bypass) का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भविष्य की यातायात आवश्यकताओं और नियोजित शहरी विकास को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना को मंजूरी दी गई है।
24 किलोमीटर बाईपास का होगा निर्माण
मंत्री ने बताया कि परियोजना की कुल लागत 1979.51 करोड़ रुपए निर्धारित की गई है। इसके तहत 24.60 किलोमीटर बाईपास का निर्माण, 12.18 किलोमीटर रिअलाइनमेंट और 75.04 किलोमीटर सड़क चौड़ीकरण एवं सुधार कार्य किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 24 मीटर से लेकर 45 मीटर तक का मार्गाधिकार तय किया गया है, जो वर्तमान में 15-30 मीटर के बीच है। नवीन ने बताया कि परियोजना के तहत सड़क की डिज़ाइन गति 80 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तय की गई है, जिससे यात्रियों को तेज और सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा। साथ ही दो फ्लाईओवर, दो वीयूपी (अंडरपास) और दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण भी प्रस्तावित है।
मंत्री ने कहा कि सुपौल, पिपरा, त्रिवेणीगंज और रानीगंज जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में यातायात दबाव कम होगा। भारी वाहनों को बाईपास के माध्यम से डायवटर् किया जाएगा, जिससे स्थानीय नागरिकों को सुरक्षित और बाधारहित यात्रा का लाभ मिलेगा।