Edited By Ramanjot, Updated: 06 Mar, 2025 06:16 PM

बिहार सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए ‘बिहार प्रवासी कामगार ऐप’ लॉन्च कर दिया है।
पटना: बिहार सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए ‘बिहार प्रवासी कामगार ऐप’ लॉन्च कर दिया है। श्रम संसाधन विभाग के मंत्री संतोष कुमार सिंह ने इस ऐप का उद्घाटन किया, जिसके जरिए अब तक 10 लाख प्रवासी मजदूरों का रजिस्ट्रेशन पूरा हो चुका है। सरकार का दावा है कि यह ऐप मजदूरों के लिए वरदान साबित होगा, क्योंकि इससे उन्हें रोजगार, कौशल विकास, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और सरकारी सेवाओं का लाभ मिलेगा।
पंचायत स्तर पर बनेगा प्रवासी मजदूरों का डेटाबेस
मंत्री संतोष कुमार सिंह के अनुसार, इस ऐप के जरिए पंचायत स्तर पर बिहार से बाहर काम करने वाले मजदूरों का डेटा संग्रह करना आसान होगा। सरकार ने 20 लाख प्रवासी मजदूरों के रजिस्ट्रेशन का लक्ष्य रखा है, जिसके तहत हर पंचायत से करीब 500 मजदूरों का पंजीकरण किया जाएगा।
ऐप के फायदे और सरकारी योजनाएं
बिहार सरकार ने प्रवासी मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘बिहार राज्य प्रवासी श्रमिक दुर्घटना अनुदान योजना 2008’ लागू की है। इस योजना के तहत:
- दुर्घटना में मृत्यु होने पर – ₹2 लाख अनुदान
- पूरी तरह विकलांग होने पर – ₹1 लाख अनुदान
- आंशिक विकलांगता की स्थिति में – ₹50 हजार अनुदान
अब इस ऐप की मदद से प्रवासी मजदूरों का पंचायतवार डेटा तैयार किया जाएगा, जिससे उन्हें इन योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
जो प्रवासी मजदूर बिहार से बाहर रोजगार कर रहे हैं, वे इस ऐप पर खुद से अपना डेटा दर्ज कर सकते हैं। पंजीकरण के बाद उन्हें 12 अंकों का रजिस्ट्रेशन नंबर दिया जाएगा। इसके तहत मजदूरों से उनका नाम, पिता का नाम, स्थायी और वर्तमान पता, शैक्षणिक योग्यता, मोबाइल नंबर और बैंक खाते की जानकारी ली जाएगी ताकि भविष्य में उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा सके।
बिहार सरकार का यह कदम प्रवासी मजदूरों के लिए एक बड़ा बदलाव ला सकता है। अब देखना यह होगा कि कितने लोग इस ऐप से जुड़कर सरकारी योजनाओं का फायदा उठा पाते हैं।