Edited By Ramanjot, Updated: 16 Feb, 2025 06:04 PM
![big fraud in bihar health department](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_18_02_179863498appointmentoffakenurses-ll.jpg)
बिहार के स्वास्थ्य विभाग में फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गोपालगंज सदर अस्पताल में 12 फर्जी नर्सों की नियुक्ति की गई थी, जो चार साल तक बिना किसी वैध दस्तावेज के वेतन उठा रही थीं
गोपालगंज: बिहार के स्वास्थ्य विभाग में फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला सामने आया है। गोपालगंज सदर अस्पताल में 12 फर्जी नर्सों की नियुक्ति की गई थी, जो चार साल तक बिना किसी वैध दस्तावेज के वेतन उठा रही थीं। जब स्वास्थ्य विभाग को इस घोटाले की जानकारी मिली, तो तुरंत कार्रवाई शुरू की गई। इनमें से 11 फर्जी नर्सों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है, जबकि एक की कुछ दिनों पहले प्रसव के दौरान मृत्यु हो गई।
राज्य निदेशक प्रमुख, नर्सिंग स्वास्थ्य सेवाएं, बिहार पटना द्वारा सितंबर में जारी एक पत्र के बाद यह मामला सामने आया। मार्च 2021 के एक आदेश का गलत इस्तेमाल कर स्टाफ नर्स ग्रेड-ए और परिचारिका श्रेणी-ए पदों पर फर्जी तरीके से भर्ती की गई थी। चार वर्षों तक इन फर्जी नर्सों ने वेतन लिया और अस्पतालों में सेवा भी दी, लेकिन अब उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है।
इन 11 फर्जी नर्सों पर दर्ज हुआ केस
स्वास्थ्य विभाग की जांच में जो 11 फर्जी नर्सें पकड़ी गई हैं, उनके नाम इस प्रकार हैं:
राकेश कुमार, रणधीर कुमार, अर्जुन कुमार चौधरी, दिग्विजय कुमार मांझी, सुनील कुमार, मिंटू कुमार चौधरी, प्रियंका कुमारी, शोभा कुमारी, नीलम कुमारी, रजनीश कुमार और संजीव कुमार।
वेतन वसूली की प्रक्रिया शुरू
इनमें किरण कुमारी की हाल ही में प्रसव के दौरान मौत हो गई, लेकिन शेष 11 फर्जी स्वास्थ्यकर्मियों पर केस दर्ज कर लिया गया है। सरकार ने वेतन वसूली की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है ताकि सरकारी खजाने को हुए नुकसान की भरपाई की जा सके। स्वास्थ्य सेवाएं बिहार के निदेशक प्रमुख डॉ. महेश्वर प्रसाद गुप्ता ने सभी जिलों के सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है कि जिन संस्थानों में फर्जी नियुक्तियां हुई हैं, वहां जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए।