Edited By Ramanjot, Updated: 15 Aug, 2025 05:40 PM

भारी जलभराव के बीच सेना, प्रशासन और ग्रामीणों की मदद से पार्थिव शरीर को नाव के जरिए गांव लाया गया। जैसे ही तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर पहुंचा, “अमर रहे” और “भारत माता की जय” के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। शहीद अंकित यादव के अंतिम दर्शन के लिए...
भागलपुर (अंजनी कुमार कश्यप): जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए बिहार के वीर सपूत हवलदार अंकित यादव का पार्थिव शरीर आज नवगछिया अनुमंडल के रंगरा प्रखंड स्थित पैतृक गांव चापर पहुंचा। इस दौरान गांव का नजारा बेहद मार्मिक था- चारों ओर बाढ़ का पानी, सड़कों से लेकर घर तक सब जलमग्नन। शहीद का अपना घर भी बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है।

भारी जलभराव के बीच सेना, प्रशासन और ग्रामीणों की मदद से पार्थिव शरीर को नाव के जरिए गांव लाया गया। जैसे ही तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर पहुंचा, “अमर रहे” और “भारत माता की जय” के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। शहीद अंकित यादव के अंतिम दर्शन के लिए गांव के लोग, दूर-दराज़ से आए ग्रामीण और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। बाढ़ और पानी के संकट के बीच भी लोगों का जोश और आंसुओं से भरा सम्मान देखने लायक था।

सेना और प्रशासन की टीम ने जलभराव के बीच अंतिम यात्रा का संचालन किया। शहीद के परिजनों ने भावुक होकर कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है, लेकिन ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बीच में रोके जाने से वे बेहद आहत हैं। उन्होंने सरकार से इस अभियान को फिर शुरू करने की मांग की।