Edited By Swati Sharma, Updated: 17 Jul, 2025 05:16 PM
Hilsa Assembly Seat: हिलसा विधानसभा सीट नालंदा लोकसभा के तहत आता है....1957 में ही हिलसा विधानसभा सीट अस्तित्व में आया था। 1957 में हिलसा सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट लाल सिंह त्यागी ने जीत हासिल की थी। 1962 के विधानसभा चुनाव में जेएस पार्टी के...
Hilsa Assembly Seat: हिलसा विधानसभा सीट नालंदा लोकसभा के तहत आता है.....1957 में ही हिलसा विधानसभा सीट अस्तित्व में आया था। 1957 में हिलसा सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट लाल सिंह त्यागी ने जीत हासिल की थी। 1962 के विधानसभा चुनाव में जेएस पार्टी के कैंडिडेट जगदीश प्रसाद ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1967 में कांग्रेसी कैंडिडेट ए के सिंह ने हिलसा सीट पर जीत हासिल की थी। 1969 में यहां से भारतीय जनसंघ के कैंडिडेट जगदीश प्रसाद ने हिलसा में विरोधियों को शिकस्त दे दिया था। 1977 के चुनाव में जेएनपी कैंडिडेट जगदीश प्रसाद ने एक बार फिर से जनता का भरोसा हासिल किया था। 1980 के हिलसा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट जगदीश प्रसाद ने जनता का समर्थन फिर से हासिल करने में कामयाबी हासिल की है।
वहीं 1985 में हिलसा के चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट सुरेन्द्र प्रसाद तरुण ने विरोधियों को मात देने में कामयाबी हासिल की थी। 1990 के चुनाव में आईपीएफ के कैंडिडेट किशन देव सिंह यादव ने हिलसा में जनता का भरोसा जीत लिया था.....वहीं 1995 में जनता दल की टिकट पर बैजू प्रसाद ने जीत हासिल किया था। 2000 में रामचंद्र प्रसाद सिंह ने एसएसपी पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर हिलसा के चुनाव में जीत हासिल की थी। वहीं 2005 में रामचंद्र प्रसाद सिंह ने जेडीयू की टिकट पर जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 2010 में हिलसा से जेडीयू की टिकट पर उषा सिन्हा ने जीत हासिल की थी। वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में शक्ति सिंह यादव ने आरजेडी के टिकट पर हिलसा में जीत हासिल की थी, लेकिन 2020 के चुनाव में महज बारह वोट के अंतर से जेडीयू ने शक्ति सिंह यादव को मात दे दिया था।
Hilsa Assembly Seat Result 2020।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के चुनाव में हिलसा सीट पर जेडीयू कैंडिडेट कृष्ण मुरारी शरण ने जीत हासिल की थी। कृष्ण मुरारी शरण को 61 हजार आठ सौ 48 वोट मिला था तो आरजेडी कैंडिडेट शक्ति सिंह यादव 61 हजार आठ सौ 36 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से कृष्ण मुरारी शरण ने शक्ति सिंह यादव को महज बारह वोट के अंतर से हरा दिया था। हीं एलजेपी कैंडिडेट कुमार सुमन सिंह 17 हजार चार सौ 71 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Hilsa Assembly Seat Result 2015 ।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में हिलसा सीट से आरजेडी उम्मीदवार शक्ति सिंह यादव ने जीत हासिल की थी। शक्ति सिंह यादव को 72 हजार तीन सौ 47 वोट मिला था तो एलजेपी की कैंडिडेट दीपिका कुमारी को 46 हजार दो सौ 71 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से शक्ति सिंह यादव ने दीपिका कुमारी को 26 हजार 76 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं सीपीआई एमएल एल के कैंडिडेट श्याम नारायण प्रसाद, 5 हजार चार सौ 15 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Hilsa Assembly Seat Result 2010।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में हिलसा सीट से जेडीयू उम्मीदवार उषा सिन्हा ने जीत हासिल की थी। उषा सिन्हा को 54 हजार नौ सौ 74 वोट मिला था तो एलजेपी कैंडिडेट रीना देवी ने 41 हजार सात सौ 72 वोट हासिल किया था। इस तरह से उषा सिन्हा ने रीना देवी को 13 हजार दो सौ दो वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट अरूण कुमार, 5 हजार चार सौ 72 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Hilsa Assembly Seat Result 2005।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में हिलसा सीट से जेडीयू उम्मीदवार रामचरित्र प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की थी। रामचरित्र प्रसाद सिंह को 41 हजार तीन सौ 71 वोट मिला था तो एलजेपी कैंडिडेट राजेश कुमार सिंह उर्फ राजू यादव को 29 हजार एक सौ 11 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से रामचरित्र प्रसाद सिंह ने राजेश कुमार सिंह को 12 हजार दो सौ 60 वोट से हरा दिया था। वहीं सीपीआई एमएल एल के कैंडिडेट अरुण यादव, 7 हजार छह सौ 16 वोट हासिल कर तीसरे स्थान पर रहे थे।

हिलसा विधानसभा सीट पर कुर्मी और यादव वोटर ही तय करते हैं कि चुनाव में कौन विजेता होगा। पिछले चुनाव में शक्ति सिंह यादव महज 12 वोट के अंतर से चुनाव हार गए थे। वहीं एलजेपी कैंडिडेट कुमार सुमन सिंह 17 हजार चार सौ 71 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे। ऐसे में शक्ति सिंह यादव के लिए ये चुनाव भी आसान नहीं होगा, क्योंकि लोजपा का आधार वोट अगर जेडीयू की तरफ जाएगा तो फिर शक्ति सिंह यादव की हार का मार्जिन इस बार और भी ज्यादा बढ़ सकता है।