Edited By Ramanjot, Updated: 10 Jun, 2023 02:49 PM

Bhagalpur Bridge Collapsed: दरअसल, बिहार सरकार ने पुल का निर्माण कर रही एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को मलबा हटाने के लिए 15 दिनों का समय दिया है। ऐसे में निर्माण कंपनी ने मुंबई और मद्रास से विशेषज्ञों की टीम बुलाई है, जिसके बाद मलबे को हटाने की...
Bhagalpur Bridge Collapsed: बिहार के भागलपुर में निर्माणाधीन पुल गिरने के बाद नदी के अंदर लगभग 14 हजार टन मलबा जमा हो गया है। वहीं अब इस मलबे को हटाने के लिए मुबंई से एक्सपर्ट की टीम बुलाई गई है। शुक्रवार को यहां पहुंची एक्सपर्ट की टीम ने ध्वस्त पुल का निरीक्षण कर जायजा लिया।
सरकार ने मलबा हटाने के लिए दिया 15 दिनों का समय
दरअसल, बिहार सरकार ने पुल का निर्माण कर रही एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी को मलबा हटाने के लिए 15 दिनों का समय दिया है। ऐसे में निर्माण कंपनी ने मुंबई और मद्रास से विशेषज्ञों की टीम बुलाई है, जिसके बाद मलबे को हटाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। मलबे को हटाने मुंबई से आई टीम ने एसपी सिंगला कंपनी के बेस कैंप में निर्माण कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक कर अहम जानकारी ली। इसके साथ ही उन्होंने ड्रोन कैमरा से ध्वस्त पुल की तस्वीरें लेते हुए तकनीकी रूप से जरूरी कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया।
दिल्ली से भी आई विशेषज्ञ की टीम
कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आलोक कुमार झा का कहना है कि मलबा हटाने के लिए कोलकाता से 750 एचपी की पोकलेन मशीन मंगाई गई है, जिससे दस दिनों के अंदर मलबा हटा लिया जाएगा। दिल्ली से भी विशेषज्ञ की टीम आई है। मलबा हटाने के लिए स्थानीय मजदूरों की भी मदद ली जा रही है। गुरुवार को मजदूरों ने मलबा हटाने का काम भी शुरू कर दिया।
2014 में रखी गई थी पुल की नींव
बता दें कि 1710 करोड़ की लागत से बनने वाला यह पुल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट था। नीतीश कुमार ने साल 2014 में पुल की नींव रखी थी। लेकिन बीते रविवार को गंगा नदी पर बन रहा अगुवानी-सुल्तानगंज पुल भरभराकर गिर गया। देखते ही देखते पुल नदी में समा गया। इस पर 30 से ज्यादा स्लैब और 3 पाए भरभरा कर गिर गए।