Edited By Ramanjot, Updated: 12 Feb, 2024 09:48 AM
![jdu confident of winning trust vote](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_2image_09_58_125973422vijay1-ll.jpg)
राज्य के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जदयू विधायक दल की बैठक में ‘‘दो या तीन विधायकों' की अनुपस्थिति को अधिक तवज्जों नहीं दी और इसके लिए ‘‘अपरिहार्य परिस्थितियों' को जिम्मेदार ठहराया, जिनके बारे में उन्होंने (विधायकों) पूर्व सूचना दी थी।...
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की अगुवाई वाली जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने रविवार को विश्वास जताया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ मिलकर नई सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार सोमवार को विश्वास मत हासिल कर लेंगे। राज्य के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने जदयू विधायक दल की बैठक में ‘‘दो या तीन विधायकों'' की अनुपस्थिति को अधिक तवज्जों नहीं दी और इसके लिए ‘‘अपरिहार्य परिस्थितियों'' को जिम्मेदार ठहराया, जिनके बारे में उन्होंने (विधायकों) पूर्व सूचना दी थी।
"243 सदस्यीय विधानसभा में हम बहुमत की स्थिति में"
चौधरी ने इस बात पर जोर दिया कि बहुमत परीक्षण के दौरान पार्टी के सभी विधायक विधानसभा में मौजूद रहेंगे। चौधरी ने कहा, ‘‘राजग में हमारे पास कुल 128 विधायक हैं। 243 सदस्यीय विधानसभा में हम बहुमत की स्थिति में हैं। हमारे सभी विधायक सदन के अंदर मौजूद रहेंगे, जहां विश्वास मत से पहले विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आएगा।'' जद (यू) के वरिष्ठ नेता विजय चौधरी बैठक में शामिल नहीं होने वाले विधायकों की सही संख्या के बारे में सीधा जवाब देने से बचते रहे। चौधरी ने दावा किया, ‘‘दो या तीन (विधायकों) को छोड़कर सभी उपस्थित थे। जो लोग नहीं आए, उन्होंने पार्टी नेतृत्व को उन अपरिहार्य परिस्थितियों के बारे में सूचित किया, जिसके कारण वे नहीं आ सके। हालांकि वे कल सदन के अंदर मौजूद रहेंगे।''
विश्वास मत से पहले पटना में चढ़ा राजनीतिक पारा
जद (यू) के सूत्रों ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि जिन तीन विधायकों को बैठक में नहीं देखा गया, उनमें सुदर्शन कुमार सिंह, बीमा भारती और दिलीप रॉय शामिल हैं। जदयू के कुल मिलाकर 45 विधायक हैं। विधानसभा उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी जद (यू) से हैं, जबकि अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी राजद से हैं। विश्वास मत से पहले बिहार की राजधानी में राजनीतिक पारा चढ़ रहा है, सभी प्रमुख दल अपने विधायकों को एकजुट रखने की दिशा में काम कर रहे हैं। दो दिवसीय कार्यशाला में भाग लेने के लिए बोधगया में मौजूद रहे भाजपा विधायकों को रविवार देर शाम राज्य की राजधानी वापस लाया गया। पार्टी के पास 78 विधायक हैं।