Edited By Swati Sharma, Updated: 26 Feb, 2024 01:53 PM

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) के ऊपर भ्रष्टाचार और घूसखोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार में रहते हुए आरजेडी कोटे से बने बिहार के...
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) के ऊपर भ्रष्टाचार और घूसखोरी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार में रहते हुए आरजेडी कोटे से बने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और उनके मंत्रियों द्वारा जमकर पैसे का लेनदेन किया गया हैं।
यह भी पढ़ेंः- "PM मोदी जुमलेबाजी नहीं करते, बल्कि जुमलेबाजों को देते हैं जवाब", तेजस्वी के बयान पर भड़के गिरिराज सिंह
"तेजस्वी यादव ने ट्रांसफर पोस्टिंग के बदले लिए 50-50 लाख रुपए"
जीतन राम मांझी ने कहा कि भूमि एवं राजस्व विभाग खुद राजद के पास था। ऐसे में अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर जमीन के खरीद फरोख तक में जमकर पैसे का खेल खेला गया है। तेजस्वी यादव ने ट्रांसफर-पोस्टिंग के नाम पर 50- 50 लाख रुपए लेकर हजारों करोड़ रुपए कमाए हैं। वहीं, शिक्षक बहाली के क्रेडिट पर बिहार के पूर्व मांझी ने कहा कि सरकार में सीएम की चलती है ना कि, उपमुख्यमंत्री की।
यह भी पढ़ेंः- केंद्र ने बेरोजगार युवाओं को ठगने का किया काम, आप लोग मोदी जी को वोट क्यों देंगे? तेजस्वी यादव
मांझी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जैसे ही इस बात का पता चला तो उन्होंने तुरंत ही इस मामले पर संज्ञान लेते हुए सारे अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग पर रोक लगाई और आरजेडी कोटे के मंत्रियों के पास जो विभाग थे, उसकी तुरंत जांच करने का आदेश दे दिया। बता दें कि जीतन राम मांझी ने रविवार की शाम बोधगया में यह बातें कही।