Edited By Nitika, Updated: 03 Nov, 2020 04:33 PM
लौकहा विधानसभा सीट (Laukaha Assembly Seat) बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है। लौकहा सीट, झंझारपुर लोकसभा सीट के तहत आता है। 1951 से ही लौकहा सीट अस्तित्व में आ गया था।
पटनाः लौकहा विधानसभा सीट (Laukaha Assembly Seat) बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक है। लौकहा सीट, झंझारपुर लोकसभा सीट के तहत आता है। 1951 से ही लौकहा सीट अस्तित्व में आ गया था।
1951 में लौकहा सीट पर हुए पहले चुनाव में यहां से कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट योगेश्वर घोष यादव ने जीत हासिल किया था। 1957 में लौकहा सीट से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर रामदुलारी शास्त्री ने जनता का भरोसा जीत लिया था। वहीं 1962 के चुनाव में यहां से प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर देवनारायण गुरूमैत्ता विजयी रहे थे। 1967 के चुनाव में लौकहा सीट से कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट एस साहू ने विरोधियों को मात दे दिया था, तो 1969 के विधानसभा चुनाव में लौकहा सीट से सीपीआई (CPI) के कैंडिडेट प्रज्ञा लाल यादव ने जीत हासिल कर लिया था। वहीं 1972 में लौकहा सीट से एसओपी पार्टी के टिकट पर धनिकलाल मंडल ने जीत का परचम लहरा दिया था।
वहीं 1977 के चुनाव में लौकहा सीट पर कांग्रेस (Congress) पार्टी के टिकट पर कुलदेव गोइट ने जीत हासिल कर लिया था। 1980 में सीपीआई के कैंडिडेट लालबिहारी यादव ने कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट को लौकहा में शिकस्त दे दिया था, तो 1985 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में लौकहा सीट से कांग्रेस (Congress) पार्टी के कैंडिडेट अब्दुल हई ने जीत हासिल कर लिया था, तो 1990 और 1995 में यहां से सीपीआई (CPI) के कैंडिडेट लाल बिहारी यादव ने लगातार 2 बार जीत का परचम लहरा दिया था। वहीं 2000 के चुनाव में लौकहा सीट से एसएपी पार्टी के कैंडिडेट हरि प्रसाद शाह ने जनता का भरोसा जीत लिया था। 2005 और 2010 के चुनाव में भी हरि प्रसाद शाह ने जेडीयू (JDU) की टिकट पर लगातार 2 बार लौकहा सीट पर जीत हासिल किया था। वहीं 2015 में लौकहा सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट लक्ष्मेश्वर राय ने जीत का परचम लहरा दिया था।
विधानसभा चुनाव 2015 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2015 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में लौकहा सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट लक्ष्मेश्वर राय ने चुनाव में जीत हासिल की थी। लक्ष्मेश्वर राय ने चुनाव में 79 हजार 971 वोट हासिल किया था। वहीं बीजेपी (BJP) के कैंडिडेट प्रमोद कुमार प्रियदर्शी को 56 हजार 138 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से लक्ष्मेश्वर राय ने प्रमोद कुमार प्रियदर्शी को 23 हजार 833 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं एसएचएस के कैंडिडेट मनोज कुमार बिहारी, 14 हजार 455 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
विधानसभा चुनाव 2010 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2010 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में लौकहा सीट से जेडीयू (JDU) कैंडिडेट हरि प्रसाद शाह ने चुनाव में जीत हासिल की थी। हरि प्रसाद शाह ने चुनाव में 47 हजार 849 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) के कैंडिडेट चितरंजन प्रसाद यादव ने 30 हजार 283 वोट हासिल किया था। इस तरह से हरि प्रसाद शाह ने चितरंजन प्रसाद यादव को 17 हजार 566 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं जेडीएस कैंडिडेट ताजमुल हुसैन ने 15 हजार 34 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
विधानसभा चुनाव 2005 के नतीजे
अगर आंकड़ों के हिसाब से बात करें तो साल 2005 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में लौकहा सीट से जेडीयू (JDU) के टिकट पर हरि प्रसाद शाह ने चुनाव में जीत हासिल की थी। हरि प्रसाद शाह ने चुनाव में 35 हजार 737 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी (RJD) कैंडिडेट अनीस अहमद को 26 हजार 990 वोट मिला था। इस तरह से हरि प्रसाद शाह ने अनीस अहमद को 8 हजार 747 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं एसपी कैंडिडेट मुख्तार अहमद ने 7 हजार 948 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।
2020 के विधानसभा चुनाव (Vidhan Sabha Chunav) में यहां महागठबंधन (Mahagathbandhan) और एनडीए (NDA) के बीच मुकाबला होगा, लेकिन जीत तो उसी पार्टी के कैंडिडेट को मिलेगी जिस पर जनता ज्यादा से ज्यादा भरोसा करेगी।