Edited By Ramanjot, Updated: 07 Jul, 2025 05:26 PM
1977 में यहां हुए विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी के कैंडिडेट सूर्य नारायण सिंह यादव ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1980 के चुनाव में भी जनता पार्टी के ही टिकट पर सूर्य नारायण सिंह यादव ने धमदाहा सीट पर जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। वहीं 1985 और...
Dhamdaha Assembly Seat: बिहार का धमदाहा विधानसभा सीट पूर्णिया लोकसभा के तहत आता है। 1952 में धमदाहा सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की टिकट पर भोला पासवान शास्त्री ने जीत हासिल की थी। 1957 में हुए चुनाव में कांग्रेस पार्टी के कैंडिडेट के तौर पर भोला पासवान शास्त्री ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 1962 में हुए विधानसभा चुनाव में लक्ष्मी नारायण सुधांशु ने जीत हासिल की थी। 1967 में हुए विधानसभा चुनाव में लक्ष्मी नारायण सुधांशु ने बतौर कांग्रेसी कैंडिडेट जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 1969 में धमदाहा सीट पर हुए चुनाव में संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर कालिका प्रसाद सिंह ने विरोधियों को मात दे दिया था। वहीं 1972 में धमदाहा सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कैंडिडेट जयनारायण मेहता ने जीत हासिल की थी।

1977 में यहां हुए विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी के कैंडिडेट सूर्य नारायण सिंह यादव ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1980 के चुनाव में भी जनता पार्टी के ही टिकट पर सूर्य नारायण सिंह यादव ने धमदाहा सीट पर जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। वहीं 1985 और 1990 के विधानसभा चुनाव में धमदाहा सीट पर कांग्रेस कैंडिडेट अमरनाथ तिवारी ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1995 में जनता दल के कैंडिडेट दिलीप कुमार यादव ने धमदाहा में जीत का परचम लहरा दिया था। 2000 के विधानसभा चुनाव में धमदाहा सीट पर एसएपी पार्टी के टिकट पर लेशी देवी ने जीत हासिल की थी। 2005 में धमदाहा सीट पर हुए विधानसभा चुनाव में आरजेडी कैंडिडेट दिलीप कुमार यादव ने जनता का समर्थन हासिल किया था। वहीं 2010,2015 और 2020 के चुनाव में जेडीयू की टिकट पर लेशी सिंह ने लगातार तीन बार जीत का परचम लहराया है। इस बार भी जेडीयू की तरफ से लेशी सिंह का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।
Dhamdaha Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के विधानसभा चुनाव में धमदाहा सीट पर जेडीयू उम्मीदवार लेशी सिंह ने जीत हासिल की थी। लेशी सिंह 97 हजार 57 वोट लाकर पहले स्थान पर रहीं थीं तो आरजेडी कैंडिडेट दिलीप कुमार यादव 63 हजार चार सौ 63 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं एलजेपी उम्मीदवार योगेंद्र कुमार 9 हजार चार सौ 48 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Dhamdaha Seat Result 2015 ।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में धमदाहा सीट से जेडीयू की टिकट पर लेशी सिंह ने जीत हासिल की थी। लेशी सिंह ने चुनाव में 76 हजार 27 वोट हासिल किया था। वहीं बीएलएसपी के कैंडिडेट शिवशंकर ठाकुर को 45 हजार सात सौ 36 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से लेशी सिंह ने शिवशंकर ठाकुर को 30 हजार दो सौ 91 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप कैंडिडेट दिलीप कुमार यादव, 12 हजार छह सौ 67 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
Dhamdaha Seat Result 2010 ।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में धमदाहा सीट से जेडीयू की टिकट पर लेशी सिंह ने विरोधियों को मात दे दिया था। लेशी सिंह ने चुनाव में 64 हजार तीन सौ 23 वोट हासिल किया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट इरशाद अहमद खान ने 19 हजार छह सौ 26 वोट हासिल किया था। इस तरह से लेशी सिंह ने इरशाद अहमद खान को 44 हजार छह सौ 97 वोट के बड़े भारी अंतर से हरा दिया था। वहीं आरजेडी कैंडिडेट दिलीप कुमार यादव 19 हजार पांच सौ 54 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे।

Dhamdaha Seat Result 2005 ।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में धमदाहा सीट से आरजेडी की टिकट पर दिलीप कुमार यादव ने जीत हासिल की थी। दिलीप कुमार यादव ने चुनाव में 39 हजार एक सौ 75 वोट हासिल किया था। वहीं जेडीयू कैंडिडेट लेशी सिंह को 35 हजार पांच सौ 78 वोट मिले थे। इस तरह से दिलीप कुमार यादव ने लेशी सिंह को 3 हजार पांच सौ 97 वोट से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट नीलम देवी, 11 हजार नौ सौ 90 वोट लेकर तीसरा स्थान पर रहीं थीं।

धमदाहा विधानसभा सीट पर मुस्लिम और यादव वोटरों का बोलबाला है। हालांकि यहां के चुनावी नतीजे तय करने में राजपूत, ब्राह्मण, कोइरी, कुर्मी, पासवान मतदाता की भी अहम भूमिका है। लेशी सिंह को समाज के हर वर्ग का समर्थन हासिल है। वे लंबे समय से बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर आसीन हैं। इसलिए आरजेडी को उनके खिलाफ मजबूत उम्मीदवार उतारना होगा। अगर इसमें तेजस्वी यादव ने जरा सी भी चूक की तो लेशी सिंह का विजय रथ रोकना आसान नहीं होगा।