Edited By Nitika, Updated: 16 Dec, 2020 06:20 PM
बिहार के किसान ने गोभी की फसल का उचित दाम न मिल पाने के कारण अपनी लहलहाती फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। किसान की ये कहानी पूरे देश में सुर्खियां बटोरने लगी।
पटनाः बिहार के किसान ने गोभी की फसल का उचित दाम न मिल पाने के कारण अपनी लहलहाती फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। किसान की ये कहानी पूरे देश में सुर्खियां बटोरने लगी। वहीं जब केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने किसान की दुर्दशा की कहानी पढ़ी तो वह उस किसान की मदद के लिए आगे आए।
समस्तीपुर के किसान की कहानी पढ़ने के बाद केंद्रीय मंत्री ने बुधवार को एक साथ कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा कि मंगलवार को मीडिया के द्वारा मुझे खबर मिली थी कि बिहार के समस्तीपुर के मुक्तापुर गांव के किसान ओम प्रकाश यादव को अपने खेत में उगाई गोभी की फसल का स्थानीय आढ़त में मात्र एक रुपया प्रति किलो भाव मिल रहा था। निराश होकर उन्होंने अपने खेत के कुछ हिस्से पर ट्रैक्टर चलवा कर फसल को नष्ट कर दिया।
रविशंकर प्रसाद ने बताया है कि खबर पढ़ने के बाद उन्होंने अपने विभाग के कॉमन सर्विस सेंटर को निर्देश दिया कि वे किसान से संपर्क साधें और उनकी फसल को देश के दूसरे राज्य में सही दाम पर बेचने का बंदोबस्त करें। सरकार ने कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए डिजिटिल प्लेटफार्म बना रखा है। इसी प्लेटफार्म पर दिल्ली के एक खरीददार ने किसान की गोभी 10 रूपए प्रति किलो खरीदने का ऑफर दिया। किसान ओम प्रकाश यादव ने 10 रूपए किलो के हिसाब से अपनी गोभी बेचने पर सहमति जताई।
वहीं केंद्रीय मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि किसान और खरीदार की आपसी सहमति के बाद कुछ ही घंटों में किसान के बैंक खाते में आधी राशि एडवांस के रूप में पहुंच गई। उन्होंने कहा कि आज मुझे पता चला है कि न सिर्फ ट्रांसपोर्ट उपलब्ध करवाया गया बल्कि बची हुई राशि भी किसान के बैंक खाते में जमा हो गई है और समस्तीपुर की गोभी दिल्ली के लिए रवाना हो गई है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों ने किसान को अपनी फसल कहीं भी बेचने की आजादी दे दी है।
बिहार का ये किसान जिसे स्थानीय मंडी में मिल रहे दाम से निराश होकर अपनी फसल नष्ट करने पर मजबूर होना पड़ा था, अब स्थानीय दाम से 10 गुना अधिक दाम पर दिल्ली में अपनी फसल बेच पाया है।