Edited By Ramanjot, Updated: 24 Jul, 2022 05:19 PM
पटना के डीएवी बोर्ड कॉलोनी की छात्रा श्रीजा जब तक होश संभालती, तब तक उसके सर से मां का साया उठ चुका था। पिता ने भी साथ छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली। इसके बाद श्रीजा अपने नाना-नानी के घर पली-बढ़ी। वहीं अब श्रीजा ने दसवीं की परीक्षा में 99.4 फीसदी...
पटनाः चार साल की उम्र में सिर से मां का साया उठा...पिता ने घर निकाल दिया...नाना-नानी के घर रहकर श्रीजा बनी बिहार की टॉपर। सीबीएससी की दसवीं की परीक्षा में 99.4 % नंबर हासिल कर श्रीजा इतनी कम उम्र में दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुकी है। राज्य में टॉप कर श्रीजा ने परिवार के साथ-साथ पूरे गांव का मान बढ़ाया है।
पटना के डीएवी बोर्ड कॉलोनी की छात्रा श्रीजा जब तक होश संभालती, तब तक उसके सर से मां का साया उठ चुका था। पिता ने भी साथ छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली। इसके बाद श्रीजा अपने नाना-नानी के घर पली-बढ़ी। वहीं अब श्रीजा ने दसवीं की परीक्षा में 99.4 फीसदी नंबर प्राप्त किए हैं। श्रीजा ने अब तक कभी भी ना ही ट्यूशन लिया और ना ही कोचिंग करने घर से बाहर गई। श्रीजा ने बताया कि वह आगे साइंस विषय लेकर आईआईटी मद्रास में एडमिशन लेना चाहती है।
आज श्रीजा की इस उपलब्धि पर नाना-नानी के साथ पूरा परिवार बेहद खुश है। नानी कृष्णा देवी कहती हैं कि श्रीजा ने पूरे परिवार और गांव का मान बढ़ाया है। नाना सुबोध कुमार अपने गांव मरांची में खेती करते हैं, लेकिन हर तीसरे दिन बच्चों से मिलने पटना आते हैं। साथ ही नातिनी के लिए गांव से दूध लेकर आते है। श्रीजा के दोनों मामाओं चंदन सौरभ और संकेत शेखर ने कहते हैं कि बेटियां बोझ नहीं होती। उधर, बाप ने आज तक श्रीजा के तरफ कभी नहीं देखा।