Edited By Ramanjot, Updated: 18 Mar, 2025 09:20 PM

बिहार ने स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करते हुए ईटी गवर्मेंट डिजिटेक अवॉर्ड 2025 में स्वर्ण पुरस्कार हासिल किया है।
पटना: बिहार ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर तकनीक के बेहतरीन क्रियान्वयन के लिए ईटी गवर्नमेंट डिजिटेक अवॉर्ड 2025 में स्वर्ण पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में दिया गया। बिहार को यह सम्मान डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन लीडर इन पब्लिक सेक्टर (गोल्ड कैटेगरी) में प्रदान किया गया, जिससे राज्य ने पूरे देश में स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग के क्षेत्र में एक नया मानदंड स्थापित किया है। इस योजना के तहत बिजली उपभोक्ताओं को गलत बिलिंग से राहत मिली और ऊर्जा प्रबंधन को अधिक पारदर्शी और कुशल बनाया गया।
ऊर्जा विभाग के सचिव ने ग्रहण किया पुरस्कार
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग के सचिव सह सीएमडी, बीएसपीएचसीएल श्री पंकज कुमार पाल ने ग्रहण किया। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय राज्य सरकार के ठोस प्रयासों, जन जागरूकता अभियानों और उपभोक्ताओं के सक्रिय सहयोग को दिया। उन्होंने कहा कि यह पहल बिहार को डिजिटल इंडिया मिशन की दिशा में एक सशक्त राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
स्मार्ट मीटरिंग में बिहार बना देश का नेतृत्वकर्ता
बिहार की पहल "बिहार - प्राउड टॉर्च बियरर ऑफ यूनिवर्सल स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग फॉर द नेशन" को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। 2019 में गया जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हुई इस योजना को पूरे राज्य में लागू किया गया, जिससे लाखों उपभोक्ताओं को पारदर्शी और परेशानी-मुक्त बिजली बिलिंग की सुविधा मिली।
बड़े पैमाने पर चला जागरूकता अभियान
स्मार्ट मीटरिंग को सफल बनाने के लिए विभिन्न जागरूकता अभियानों को प्राथमिकता दी गई। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चेक मीटर लगाए गए ताकि उपभोक्ता स्वयं उनकी जांच कर सकें। सरकारी भवनों में स्मार्ट मीटर लगाए गए, वहीं मोबाइल वैन, पंपलेट वितरण, स्कूल-कॉलेज जागरूकता कार्यक्रम और जीविका दीदियों द्वारा घर-घर संपर्क अभियान के जरिए लोगों को इसके फायदे बताए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों और मेलों में स्टॉल लगाकर भी जागरूकता बढ़ाई गई।

स्मार्ट प्रीपेड मीटर से उपभोक्ताओं को मिल रहा फायदा
स्मार्ट मीटरिंग के चलते गलत बिलिंग की समस्या खत्म हुई और उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत पर सीधा नियंत्रण मिला। वितरण कंपनियों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म, सोशल मीडिया, नुक्कड़ नाटक और स्थानीय शिविरों के जरिए लोगों को यह समझाने का प्रयास किया कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर से उन्हें सिर्फ लाभ होगा।
बिहार मॉडल की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना
बिहार की इस सफलता को देखते हुए कई राज्यों के ऊर्जा विभागों ने बिहार का दौरा किया और इस मॉडल को समझने का प्रयास किया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने भी समय-समय पर बिहार की स्मार्ट मीटरिंग पहल की प्रशंसा की है।
ऊर्जा सचिव पंकज कुमार पाल ने इस उपलब्धि के लिए NBPDCL, SBPDCL, उपभोक्ताओं और मीटरिंग एजेंसियों को धन्यवाद दिया और इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव के मजबूत नेतृत्व का परिणाम बताया। बिहार ने यह साबित कर दिया है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग को सफलतापूर्वक लागू करने में वह पूरे देश का नेतृत्व कर रहा है।