Edited By Swati Sharma, Updated: 25 Aug, 2023 03:03 PM

मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने लंका जाने के लिए समुद्र पर पत्थरों का पुल बनवाया था। पुल में लगे हर पत्थर पर राम नाम लिखा गया था, जो समुद्र में तैरते रहे। इसी तरह का एक पत्थर बिहार की राजधानी पटना के राजा घाट पर गंगा नदी में तैरता हुआ...
पटना( संजीव कुमार): मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने लंका जाने के लिए समुद्र पर पत्थरों का पुल बनवाया था। पुल में लगे हर पत्थर पर राम नाम लिखा गया था, जो समुद्र में तैरते रहे। इसी तरह का एक पत्थर बिहार की राजधानी पटना के राजा घाट पर गंगा नदी में तैरता हुआ मिला हैं। वहीं, तैरते हुए पत्थर को देख लोग अचंभित रह गए।

बताया जा रहा है कि पटना के राजा घाट पर गंगा नदी में एक पत्थर तैरता हुआ मिला। इसके बाद 2 युवकों ने तैरकर पत्थर को गंगा नदी से बाहर निकाला। जब पत्थर को बाहर निकाल कर लाया गया तो लोगों ने देखा कि पत्थर पर राम लिखा हुआ था। वहीं, स्थानीय लोगों ने इस पत्थर को राजा घाट के पास ही एक मंदिर के प्रांगण में रख दिया हैं। लोग इसे राम सेतु की शिला बता रहे हैं। वहीं गंगा नदी से पत्थर निकाले जाने और उस पर राम लिखे होने की सूचना जैसे ही लोगों को मिली। इसके बाद लोग दर्शन-पूजन के लिए पहुंचने लगे। लगातार श्रद्धालुओं का राजा घाट पर आना-जाना लगा है।

इधर, श्रद्धालुओं का कहना है कि इस पत्थर पर राम लिखा है। वह इसका दर्शन कर अपने आप को धन्य मान रहे हैं। वही लोगों का कहना था कि राजा घाट का नाम बदलकर राम घाट होना चाहिए।
