Edited By Ramanjot, Updated: 14 Jan, 2023 11:42 AM

जदयू के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को यहां पार्टी प्रदेश कर्यायलय में आयोजित ‘कार्यकर्ताओं के दरबार में माननीय मंत्री' कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि रामचरित मानस सभी...
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरित मानस पर टिप्पणी को लेकर मचे राजनीतिक घमासान के बीच शुक्रवार को कहा कि किसी भी धार्मिक ग्रंथ के बारे में कुछ भी गलत नहीं बोलना चाहिए। यह पूरी तरह से गलत है। शिक्षा मंत्री को अपना बयान वापस लेना चाहिए, उनके बयान से लोग आहत हुए हैं।
"रामचरितमानस सभी जातियों का सम्मान करने वाला ग्रंथ"
जदयू के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को यहां पार्टी प्रदेश कर्यायलय में आयोजित ‘कार्यकर्ताओं के दरबार में माननीय मंत्री' कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि रामचरित मानस सभी जातियों एवं धर्मों का सम्मान करने वाला ग्रंथ है। उसमें सभी को आदर सम्मान दिया गया है। शबरी और केवट इसके एक बड़े उदाहरण है, हम में से किसी को किसी भी धार्मिक ग्रंथ के बारे में कुछ भी गलत नहीं बोलना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले 17 वर्षों से बगैर किसी भेद-भाव के सभी वर्ग और जाति के लिए न्याय के साथ विकास कर रहे हैं।
"पार्टी ने नहीं किया चंद्रशेखर के बयानों का समर्थन"
अशोक चौधरी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता एवं पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह, विधायक विजय कुमार मंडल और फिर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा दिए गए बयानों के संदर्भ में महागठबंधन के अंदर सबकुछ ठीक रहने संबंधी एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मैं व्यक्तिगत रूप से कोई गलत बात कहता हूं या गलत काम करता हूं तो उसकी जिम्मेवारी मुख्यमंत्री की नहीं हो सकती। वैसे भी चंद्रशेखर के बयानों का समर्थन उनकी पार्टी ने नहीं किया है।''
गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बुधवार को नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में रामचरित मानस को नफरत फैलाने और समाज को तोड़ने वाला ग्रंथ बताया। इसके बाद से बिहार समेत पूरे देश के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता उनसे माफी मांगने और इस्तीफा देने की मांग कर रहे हैं।