बिहार: बाढ़ संकट से निपटने को जल संसाधन विभाग हाई अलर्ट पर, नेपाल तक बनाया जा रहा समन्वय

Edited By Ramanjot, Updated: 20 May, 2025 06:03 PM

bihar water resources department

बाढ़ की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु राज्य सरकार द्वारा व्यापक तैयारियाँ की जा रही हैं। इसी क्रम में  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गई है।

पटना: बाढ़ की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु राज्य सरकार द्वारा व्यापक तैयारियाँ की जा रही हैं। इसी क्रम में  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ के पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गई है। इस बैठक में जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल द्वारा विभाग की ओर से की जा रही तैयारियों का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रस्तुत बिंदुओं के माध्यम से बाढ़ प्रबंधन की दिशा में राज्य सरकार की तत्परता को दर्शाया गया है। 

बाढ़ पूर्व कराये गये कटाव निरोधक / बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य

बाढ़ के बचाव हेतु विभिन्न नदियों पर बाढ़ 2025 पूर्व कुल 394 स्थलों पर राज्य योजना/केन्द्र प्रायोजित/आपदा मद के तहत रू० 1310.09 करोड़ की लागत से कटाव निरोधक कार्य गंगा, कोशी, गंडक, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा आदि नदी बेसिन में कराये गये हैं।

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तटबंधों की निगरानी एवं चौकसी

  • -बाढ़ अवधि में तटबंध के अतिआक्राम्य/अतिसंवेदनशील स्थलों पर तटबंध एम्बुलेंस की व्यवस्था होती है।
  •  -बाढ़ प्रक्षेत्र के कुल 3808 कि०मी० तटबंध के निगरानी के लिए प्रत्येक एक कि०मी० पर एक तटबंध श्रमिक की व्यवस्था होती है। 
  • -तटबंध पर निगरानी एवं चौकसी के लिए पदाधिकारियों एवं श्रमिकों के लिए अस्थायी आवासन, शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था होती है।
  • -नदियों पर निर्मित बराज के माध्यम से नदी के जलश्राव का अनुश्रवण समय-समय पर करते हुए जलश्राव में अप्रत्याशित वृद्धि की स्थिति में संबंधित क्षेत्रीय पदाधिकारियों एवं जिला पदाधिकारियों को भी इसकी सूचना अविलम्ब प्रेषित की जाती है। 

विभाग स्तर पर गठित तकनीकी बल

वर्ष 2025 बाढ़ के दौरान राज्य स्थित नदियों पर तटबंधों / अन्य आक्राम्य स्थलों की सुरक्षा के निमित क्षेत्रीय अभियंताओं को परामर्श प्रदान करने हेतु अनुभवी सेवानिवृत्त अभियंताओं की अध्यक्षता में बाढ़ संघर्षात्मक बल मौजूद रहेंगे।

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नेपाल के साथ समन्वय

  • -नेपाल प्रक्षेत्र में अवस्थित कोशी बराज एवं तटबंध पर बाढ़ से सुरक्षा हेतु कराये जाने वाले कार्य जल संसाधन विभाग के द्वारा कराए गए हैं।
  • -नेपाल के जल तथा मौसम विज्ञान विभाग से नेपाल प्रभाग में उत्तर बिहार के विभिन्न नदी बेसिन में होने वाले वास्तविक वर्षापात/वर्षा पूर्वानुमान की सूचना ससमय प्राप्त की जाती है। 
  • -जल संसाधन विभाग, बिहार के संपर्क पदाधिकारी काठमांडु स्थित संपर्क कार्यालय के द्वारा नेपाल एवं बिहार के बीच के महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते हैं।
  • बाढ़ संबंधित सूचनाओं के प्रेषण की व्यवस्था

बाढ नियंत्रण कोषांग के अंतर्गत सहायता केन्द्र का अधिष्ठापन 01 जून से किया जाना है, जिसके तहत प्रतिदिन 24 घंटे टॉल फ्री नं0-1800 345 6145, दूरभाष सं0-0612-2206669, 0612-2215850 एवं मोबाईल सं0-7463889706, 7463889707 कार्यरत रहेगा।

बाढ़ चेतावनी प्रणाली की व्यवस्था

  • -बाढ़ पूर्वानुमान हेतु बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायक केन्द्र, पटना के अन्तर्गत गणितीय प्रतिमान केन्द्र कार्यरत है,  जिसका उपयोग कर गंगा नदी के बक्सर से कहलगाँव तक 7 अदद स्थलों सहित विभिन्न नदियों के कुल 42 स्थलों (घाघरा, गंडक, बागमती, अधवारा, कोशी एवं महानंदा सहित) का 72 घंटे पूर्व का बाढ़ पूर्वानुमान दिया जाएगा।
  • -सेटेलाईट इमेजरी का उपयोग प्रतिवर्ष बाढ़ प्रबंधन योजनाओं के सूत्रीकरण एवं अनुश्रवण के लिए किया जाता रहा है।
  •  
  • -मॉनसून के दौरान भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) एवं बिहार मौसम सेवा केन्द्र से बिहार के सभी जिलों के लिए अगले 5 दिनों एवं नेपाल प्रभाग का अगले तीन दिनों के लिए वर्षापात पूर्वानुमान प्राप्त कर तथा इसका उपयोग मॉडलिंग कार्य में भी किया जाएगा।
  • -वर्षापात पूर्वानुमान के आंकड़ों को बाढ़ प्रक्षेत्र से संबंधित सभी जिलाधिकारी एवं सभी संबन्धित विभागों को ससमय सूचना उपलब्ध कराया जाएगी।

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