Edited By Ramanjot, Updated: 28 Dec, 2022 12:34 PM

बिहार जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को यहां कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के संविधान विरोधी, धर्मनिरपेक्षता विरोधी, समाजवाद विरोधी एवं किसान, युवा, दलित, महिला, अतिपिछडा और अल्पसंख्यक विरोधी कार्यों के खुलासा कर समान...
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने दावा किया कि पार्टी के शीर्ष नेता एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समान विचारधारा वाली धर्मनिरपेक्ष पाटिर्यों को एकजुट करने के प्रयास से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हताश और परेशान है।
भाजपा हताश और परेशान
बिहार जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को यहां कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के संविधान विरोधी, धर्मनिरपेक्षता विरोधी, समाजवाद विरोधी एवं किसान, युवा, दलित, महिला, अतिपिछडा और अल्पसंख्यक विरोधी कार्यों के खुलासा कर समान विचारधारा वाली धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को एकजुट करने का जो कार्य प्रारंभ किया है उससे भाजपा हताश और परेशान है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का जाना तय है क्योंकि मुख्यमंत्री के प्रयास के बाद पूरे देश में भाजपा की कुत्सित नीतियों एवं सिद्धांत के विरुद्ध जो जन आंदोलन प्रारंभ हुआ है वह निश्चित रूप से भाजपा मुक्त देश बनाने में सफल होगा।
बिहार में आरक्षण व्यवस्था समाप्त करना असंभव
बिहार में नीतीश कुमार हैं और उनके रहते किसी के लिए भी आरक्षण व्यवस्था समाप्त करना असंभव है। कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार की बागडोर संभालते ही त्रिस्तरीय पंचायत एवं नगर निकाय चुनाव में महिलाओं एवं अतिपिछड़ों को आरक्षण देते हुए चुनाव करवाया और उसी व्यवस्था के तहत लगातार तीन चुनाव संपन्न हुए, जिसे भाजपा ने इस बार समाप्त करने की पूरी कोशिश की। लेकिन शायद वह भूल गई थी कि बिहार में नीतीश कुमार हैं और उनके रहते किसी के लिए भी आरक्षण व्यवस्था समाप्त करना असंभव है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के पास विकास के नाम पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने खड़ा होने लायक कोई चेहरा नहीं है। नीतीश कुमार के विजन का कई अन्य राज्य सरकारों के साथ ही केंद्र सरकार ने भी अनुसरण किया है। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2024 के चुनाव में पूरे देश में हर वर्ग के लोग हमारे महागठबंधन को स्वीकारते हुए भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेकेंगे।