Edited By Ramanjot, Updated: 28 Apr, 2025 02:14 PM

रोलोमो के तीन दिवसीय राजनीतिक मंथन शिविर के दूसरे दिन की शुरुआत शिविर में विचार विमर्श के लिए राजनीति प्रस्ताव को प्रस्तुत कर की गई। शिविर में के प्रथम सत्र में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ पटेल ने सभा में राजनीतिक प्रस्ताव को पढ़कर...
वाल्मीकिनगर: राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav) में यदि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav) की तरह दांव-पेंच की संकीर्ण गंदी राजनीति हुई तो इसका लाभ विपक्ष को मिलेगा।
रोलोमो के तीन दिवसीय राजनीतिक मंथन शिविर के दूसरे दिन की शुरुआत शिविर में विचार विमर्श के लिए राजनीति प्रस्ताव को प्रस्तुत कर की गई। शिविर में के प्रथम सत्र में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जितेंद्र नाथ पटेल ने सभा में राजनीतिक प्रस्ताव को पढ़कर प्रस्तुत किया। इसके बाद पार्टी के सभी 41 संगठन जिलों के जिलाध्यक्षों ने प्रस्तुत राजनीतिक प्रस्तावों पर अपने अपने विचार रखे।
पार्टी नेताओं ने इस विचार पर सर्वसम्मति दिखाई कि अब से कुछ ही महीनों के बाद बिहार में होने वाले चुनाव में संगठन की द्दष्टि से हमारी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है, लेकिन दांव-पेंच की संकीर्ण गंदी राजनीति को लेकर हमें अत्यधिक सचेत व सजग रहने की जरूरत है, क्योंकि विगत लोकसभा चुनाव में हम इसके शिकार हो चुके हैं। शाहाबाद और इससे सटा हुआ मगध का हिस्सा पूरे तौर पर ब्लैक आउट हो गया।
कुश्वाहा ने कहा कि लोकसभा का चुनाव पूरे देश के लिए होता है। देश भर से चुनकर आए सांसदों के बहुमत के आधार पर सरकार बनती है। अतएव शाहाबाद और मगध में विपरीत परिणाम के बाद भी केंद्र में हमारी सरकार बन गई लेकिन बिहार विधानसभा चुनाव में किसी भी बिंदु पर हमारी कमजोरी का लाभ विपक्ष को मिल सकता है।