Edited By Ramanjot, Updated: 05 Feb, 2023 12:54 PM

अपनी ‘समाधान यात्रा' के तहत किशनगंज जिले का दौरा कर रहे नीतीश कुमार से संसद की कार्यवाही के दौरान अडाणी को लेकर उठाए जा रहे सवालों के बारे में पूछे जाने पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता ने कहा, "हां कुछ सुने हैं, देख रहे हैं, उसके काम का कुछ...
किशनगंज: हिंडनबर्ग अमेरिकी फर्म द्वारा जारी रिपोर्ट के बाद से देश की सियासत गरमा गई है। विपक्षी पार्टियां अरबपति कारोबारी गौतम अडानी पर लगे आरोपों पर चर्चा की मांग की जा रही है। इसी बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा कि गौतम अडानी की कंपनियों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोपों की जांच की जानी चाहिए।
अपनी ‘समाधान यात्रा' के तहत किशनगंज जिले का दौरा कर रहे नीतीश कुमार से संसद की कार्यवाही के दौरान अडाणी को लेकर उठाए जा रहे सवालों के बारे में पूछे जाने पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता ने कहा, "हां कुछ सुने हैं, देख रहे हैं, उसके काम का कुछ खास मतलब नहीं है। अब तो आ ही गया सब कुछ प्रकाश में तो इसको देखना चाहिए।"
उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार ने छह महीने से भी कम समय पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से नाता तोड़ा था। उनकी पार्टी केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के करीबी माने जाने वाले व्यवसायी से जुड़े कथित धोखाधड़ी की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग कर रहे विपक्षी खेमे में शामिल हो गई है। कांग्रेस जैसी पार्टियों ने यह भी आरोप लगाया है कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को अडाणी समूह जिसने हाल ही में अपने शेयरों में अभूतपूर्व गिरावट देखी है, में भारी निवेश करने के लिए "मजबूर" किया गया था।
बता दें कि विश्व के दूसरे नंबर के अरबपतियों में शामिल भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी की स्थिति शेयर बाजार में दयनीय हो गई है। महज 12 दिनों में अडानी की संपत्ति 61.3 अरब डॉलर पर सिमट कर रह गई, जिसके बाद अडानी अमीर लोगों की सूची में दूसरे से 21वें स्थान पर पहुंच गए है।