Edited By Ramanjot, Updated: 11 Sep, 2023 11:48 AM

अखिलेश सिंह ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि केंद्र की वर्तमान सरकार को देश के संविधान के प्रति कोई सम्मान नहीं है। डॉ. सिंह ने कहा, 'जब कांग्रेस केंद्र में सत्ता में थी, तब प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने तत्कालीन विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी...
पटना: कांग्रेस ने नई दिल्ली में जी-20 नेताओं के सम्मान में आयोजित रात्रिभोज में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रित नहीं करने पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की निंदा की। बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि जी-20 नेताओं के सम्मान में शनिवार रात नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित रात्रिभोज में राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को आमंत्रित नहीं करना संविधान का पूर्ण उल्लंघन है।
"केंद्र सरकार को संविधान के प्रति कोई सम्मान नहीं"
अखिलेश सिंह ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि केंद्र की वर्तमान सरकार को देश के संविधान के प्रति कोई सम्मान नहीं है। डॉ. सिंह ने कहा, 'जब कांग्रेस केंद्र में सत्ता में थी, तब प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव ने तत्कालीन विपक्ष के नेता अटल बिहारी वाजपेयी को संयुक्त राष्ट्र में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा था।‘'उन्होंने कहा कि विपक्ष का नेता एक संवैधानिक पद है और राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रिभोज में इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
रात्रिभोज में नीतीश के शामिल होने पर कही ये बात
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के रात्रिभोज में शामिल नहीं होने से संबंधित सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें वहां क्यों जाना चाहिए। उन्होंने पूछा कि अगर एक नेता को आमंत्रित नहीं किया गया तो उसी कार्यक्रम के लिए दूसरों को दिए गए निमंत्रण पर प्रतिक्रिया क्यों देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान किसी भी सरकारी समारोह में विपक्षी नेताओं की कभी अनदेखी नहीं की गई। डॉ. सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रात्रिभोज में शामिल होने से संबंधित सवाल के जवाब में कहा कि नीतीश कुमार अलग पार्टी के नेता हैं। उन्होंने टिप्पणी की कि नीतीश कुमार के लिए किसी भी मुद्दे पर कांग्रेस के निर्णय के अनुसार समान रुख अपनाना जरूरी नहीं है।