Edited By Ramanjot, Updated: 07 Oct, 2024 05:55 PM
देश-विदेश के पिंडदानी पितरों की मोक्ष कामना के लिए पूरे साल गयाजी पहुंचते हैं और पिंडदान करते हैं। इसी क्रम में 160 की संख्या में गया पहुंचे विदेशी मेहमानों ने शहर के देवघाट पर पिंडदान किया है। स्थानीय पंडा के द्वारा पूरे विधि विधान से पिंडदान की...
गया: पितरों की आत्मा की शांति के लिए सोमवार को 160 की संख्या में विदेशी मेहमानों ने मोक्षनगरी गया के देवघाट पर पिंडदान किया। सनातन धर्म में विदेशी मेहमानों का विश्वास बढ़ता जा रहा है।
देश-विदेश के पिंडदानी पितरों की मोक्ष कामना के लिए पूरे साल गयाजी पहुंचते हैं और पिंडदान करते हैं। इसी क्रम में 160 की संख्या में गया पहुंचे विदेशी मेहमानों ने शहर के देवघाट पर पिंडदान किया है। स्थानीय पंडा के द्वारा पूरे विधि विधान से पिंडदान की प्रक्रिया संपन्न कराई गई। मुख्य रूप से रूस एवं आसपास के देशों से आए विदेशी मेहमानों ने पिंडदान कर्मकांड किया।
स्थानीय पंडा अरविंद कटिरयार ने बताया कि रसिया सहित 17 देश से आए 160 की संख्या में रहे विदेशी मेहमानों ने पिंडदान कर्मकांड किया है। इनका सनातन धर्म में विश्वास बढ़ा है, यही वजह है कि ये पिंडदान कर्मकांड करने के लिए गयाजी पहुंचे हैं, स्थानीय पंडा मुनीलाल कटिरयार के द्वारा पिंडदान कर्मकांड की प्रक्रिया संपन्न कराई गई है। मुख्य रूप से तीन पिंडवेदियों पर इन लोगों ने पिंडदान किया है।