Edited By Ramanjot, Updated: 21 Aug, 2022 10:59 AM

कुशवाहा ने शनिवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ऐसी खबरों का खंडन किया और कहा, 'बिहार से बाहर होने के कारण मेरे बारे में अनेक तरह की भ्रामक एवं अनाप-शनाप खबरें प्रचारित की गई है और की जा रही हैं। ऐसी अनर्गल बातों को हवा देने वाले महानुभावों को यह...
पटनाः जननता दल यूनाइटेड (जदयू) संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने के कारण नाराजगी पर स्पष्ट किया कि उनके लिए पद नहीं, मिशन और आइडियोलॉजी बड़ी है।
कुशवाहा ने शनिवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ऐसी खबरों का खंडन किया और कहा, 'बिहार से बाहर होने के कारण मेरे बारे में अनेक तरह की भ्रामक एवं अनाप-शनाप खबरें प्रचारित की गई है और की जा रही हैं। ऐसी अनर्गल बातों को हवा देने वाले महानुभावों को यह मालूम होना चाहिए कि अपने पूरे राजनीतिक जीवन में कभी भी पद नहीं मिलने पर उपेंद्र कुशवाहा ने नाराजगी नहीं जताई बल्कि कई बार अपनी नाराजगी जताने के लिए बड़े-बड़े पदों को लात जरूर मारी है।'
जदयू नेता ने कहा कि इतिहास गवाह है उनके लिए पद बड़ा नहीं, मिशन बड़ा है, आइडियोलॉजी बड़ी है और इसी आइडियोलॉजी को बर्बाद करने की हो रही साजिश को नाकाम करने के एक खास मिशन से उन्होंने अपनी पार्टी का विलय जदयू में करने का फैसला लिया क्योंकि उनके सभी साथियों का निष्कर्ष था और है कि राज्य ही नहीं पूरे देश के स्तर पर नीतीश कुमार एक मात्र ऐसे कर्मठ, अनुभवी एवं साफ छवि के नेता हैं, जिनके नेतृत्व में इस विचारधारा को बचाया और बढ़ाया जा सकता है।
कुशवाहा ने कहा, 'मैं यह बात एलानिया तौर पर कहना चाहता हूं कि आज की तारीख में पार्टी संगठन के लिए काम करना हमारे लिए सबसे बड़ा धर्म है। ऐसे में मेरा पक्ष जाने बिना मंत्री नहीं बनने पर नाराज होने की बात करने वाले महानुभावों, मुझ पर कृपा कीजिए, प्लीज।' उल्लेखनीय है कि 16 अगस्त को नीतीश मंत्रिमंडल के विस्तार के समय कुशवाहा कार्यक्रम में मौजूद नहीं थे जिसके कारण राजनीतिक गलियारों में उनके नाराज होने की अटकलें लगाई जा रही थी।