Edited By Ramanjot, Updated: 20 Aug, 2023 09:38 AM

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी और राज्य के मंत्री अशोक चौधरी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रमुख सम्राट चौधरी समेत अन्य नेता दिवंगत नेता के बेटे मनीष मिश्र द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर, मनीष मिश्र ने सामाजिक...
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र को उनकी चौथी पुण्यतिथि पर शनिवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने श्रद्धांजलि दी। मिश्र बिहार में कांग्रेस के आखिरी मुख्यमंत्री थे। बाद में वह पी वी नरसिंह राव के नेतृत्व वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी सहयोगी और राज्य के मंत्री अशोक चौधरी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रमुख सम्राट चौधरी समेत अन्य नेता दिवंगत नेता के बेटे मनीष मिश्र द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर, मनीष मिश्र ने सामाजिक जागरूकता अभियान ‘चाणक्य नीति' का आगाज किया, जो ‘‘बिहार के प्राचीन गौरव को पुनर्जीवित करने का वादा करता है जब मगध साम्राज्य और इसकी राजधानी पाटलिपुत्र को दुनिया भर में जाना जाता था।'' इस दौरान उपस्थित नेताओं ने इस मुद्दे पर अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि अलग-अलग राजनीतिक विचारधारा के बावजूद, वे अपनी मातृभूमि को लेकर एकजुट हैं।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ‘‘अशोक चौधरी और मेरा दिवंगत नेता के साथ बहुत पुराना रिश्ता है। चाणक्य नीति हमें उसी तरह एक मंच पर लाई है जैसे प्राचीन भारत में चाणक्य ने ऐसी परिस्थितियां पैदा कीं, जिससे सम्राट अशोक का उदय हुआ।'' भारत के सबसे महान शासकों में गिने जाने वाले अशोक, चाणक्य के शिष्य चंद्रगुप्त मौर्य के पोते थे। पांच साल पहले तक कांग्रेस में रहे अशोक चौधरी ने प्रदेश भाजपा प्रमुख की टिप्पणी पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनका ‘‘एक ही उपनाम'' है और वे ‘‘अपनी मातृभूमि के लिए चिंता साझा करने'' में मिश्र के साथ हैं।