Edited By Ramanjot, Updated: 04 Sep, 2023 05:26 PM

बता दें कि पंकज बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं। वे पिछले 14 दिनों से अपने पैतृक गांव बेलसंड में रह रहे थे, यहां 1 सितंबर को पिता का श्राद्धकर्म सम्पन्न किया। श्राद्धकर्म से पहले उन्होंने पिता की अस्थियों को बनारस स्थित गंगा में बहाया। वाराणसी से...
गोपालगंज: बॉलीवुड के मशहूर फिल्म एक्टर पंकज त्रिपाठी इन दिनों सामाजिक दायित्व निभाने में लगे हुए हैं। पिता के निधन के बाद से ही वे अपने गांव में अपने बचपन के स्कूल को संवारने में लगे हैं। इसी कड़ी में पंकज त्रिपाठी ने गांव के स्कूल में एक लाइब्रेरी की स्थापना की है।

पंकज त्रिपाठी ने बच्चों को दिए पढ़ाई के टिप्स
बता दें कि पंकज बिहार के गोपालगंज के रहने वाले हैं। वे पिछले 14 दिनों से अपने पैतृक गांव बेलसंड में रह रहे थे, यहां 1 सितंबर को पिता का श्राद्धकर्म सम्पन्न किया। श्राद्धकर्म से पहले उन्होंने पिता की अस्थियों को बनारस स्थित गंगा में बहाया। वाराणसी से लौटने के बाद वे अपने गांव में ही अपने बचपन के स्कूल में पहुंचे और बड़े भाई बिजेंद्र तिवारी के साथ मिलकर वहां एक लाइब्रेरी की स्थापना की। इस लाइब्रेरी में रोचक कहानी की किताबें, प्रेरणादायक किताबें और अन्य सिलेबस से जुड़ी किताबों का संग्रह किया गया है। यहां पंकज त्रिपाठी ने बच्चों को पढ़ाई के टिप्स भी दिए। वहीं स्कूल में और बेहतर व्यवस्था करने को लेकर बच्चों से और स्कूल प्रबंधन से बारी-बारी बात की।

इस दौरान एक्टर पंकज त्रिपाठी ने कहा कि बचपन से वे इसी स्कूल में पढ़े। फिर पढ़ाई पूरी करने पटना गए। वहां से फिर वे मुंबई में चले गए। लेकिन उन्हें जब भी समय मिलता है। वे अपने गांव में आते है। उनका सामाजिक दायित्व भी है कि वे अपने गांव के स्कूल को डेवलप करें। बच्चों को एक बेहतर शिक्षा का माहौल उपलब्ध कराएं। इसीलिए वे यहां हर बेहतर व्यवस्था करना चाहते हैं, जिससे इस गांव के बच्चो में पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़े।