Edited By Swati Sharma, Updated: 24 Dec, 2024 12:43 PM
मत्स्य पालन क्षेत्र में विकास को गति देने के उद्देश्य से आज पटना स्थित निदेशालय में निदेशक मत्स्य द्वारा एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में बांका और दरभंगा जिलों में चल रही राज्य और केंद्र प्रायोजित मत्स्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की...
पटना: मत्स्य पालन क्षेत्र में विकास को गति देने के उद्देश्य से आज पटना स्थित निदेशालय में निदेशक मत्स्य द्वारा एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में बांका और दरभंगा जिलों में चल रही राज्य और केंद्र प्रायोजित मत्स्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य मत्स्य पालन के क्षेत्र में संचालित योजनाओं की प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करना, लाभुकों को समय पर सहायता प्रदान करना, और एनएफडीपी पर निबंधन की प्रक्रिया को तेज करना था। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) की प्रगति पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
रियरिंग तालाब और नए तालाब निर्माण पर जोर
निदेशक मत्स्य ने रियरिंग तालाब निर्माण और नए तालाब निर्माण की प्रगति का गहन विश्लेषण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि निर्धारित लक्ष्यों को समय पर पूरा करने के लिए कार्य में तेजी लाई जाए। बांका और दरभंगा जिलों में चल रहे कार्यों के संबंध में विशेष रूप से निर्देश दिया गया कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित हो।
आवेदन सृजन और MIS पोर्टल अपडेट
बैठक में मत्स्य प्रसार पदाधिकारी और मत्स्य विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे लाभुकों से अधिकाधिक आवेदन सृजित करने पर ध्यान केंद्रित करें। इसके साथ ही MIS पोर्टल पर लाभुकों की विवरणी को अद्यतन करने का भी निर्देश दिया गया, जिससे योजनाओं की पारदर्शिता और निगरानी में सुधार हो सके।
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की समीक्षा
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना की समीक्षा के दौरान निदेशक ने कहा कि यह योजना मत्स्य पालन क्षेत्र में आर्थिक प्रगति का एक महत्वपूर्ण आधार है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे इस योजना के अंतर्गत अधिकतम लाभुकों को जोड़ने का प्रयास करें और योजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली बाधाओं को तत्काल दूर करें। बैठक में जिला मत्स्य पदाधिकारी, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, मत्स्य विकास पदाधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।