Edited By Ramanjot, Updated: 30 Sep, 2024 01:28 PM
महाराष्ट्र और हरियाणा में बैंकिंग के क्षेत्र में बड़ा नाम कमाने वाले बिजनेसमैन व सामाजिक कार्यकर्ता रूपेश पांडेय इन दिनों महाराष्ट्र से अपने गृह राज्य बिहार पहुंचे हैं। रूपेश पांडेय के अनुसार, जैसे ही उन्हें बिहार में बाढ़ से लोगों की परेशानी बढ़ने...
पश्चिमी चंपारण: नेपाल में लगातार बारिश के कारण बिहार में कई नदियां उफान पर हैं। दरभंगा में कोसी नदी और सीतामढ़ी में बागमती नदी के तटबंधों में नई दरारें आने के बाद सोमवार को राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई। वहीं कई जिलों में बाढ़ से लोगों को हालत खराब है। वहीं जिला प्रशासन के साथ-साथ अलग संगठन सामाजिक कार्यकर्ता बाढ़ पीड़ितों की मदद करने पहुंच रहे हैं। इसी कड़ी में पश्चिमी चंपारण जिले के निवासी रूपेश पांडेय भी बाढ़ पीड़ितों की मदद करने में जुटे हुए हैं।
महाराष्ट्र और हरियाणा में बैंकिंग के क्षेत्र में बड़ा नाम कमाने वाले बिजनेसमैन व सामाजिक कार्यकर्ता रूपेश पांडेय इन दिनों महाराष्ट्र से अपने गृह राज्य बिहार पहुंचे हैं। रूपेश पांडेय के अनुसार, जैसे ही उन्हें बिहार में बाढ़ से लोगों की परेशानी बढ़ने की खबर मिली वह मुंबई से पश्चिमी चंपारण के बगहा पहुंच गए और बगहा थाना क्षेत्र अंतर्गत रत्नमाला मालपुरवा गांव में बाढ़ पीड़ितों के बीच जाकर अनाज व अन्य सामान बंटवाया।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए रूपेश पांडेय के सहयोगी संजय भूषण ने बताया कि रूपेश जी पिछली बार भी बाढ़ के दौरान बगहा पहुंचे थे और लोगों को सहायता पहुंचाई थी। इस बार भी जैसे ही उन्हें बाढ़ की खबर मिली वह अपने राज्य पहुंच गए और बगहा थाना क्षेत्र अंतर्गत रत्नमाला मालपुरवा गांव में लोगों के बीच अनाज के साथ पैसे भी बांटे हैं। उन्होंने बताया कि रूपेश पांडेय जरूरत पड़ने आगे भी लोगों को सहायता करेंगे।
बता दें, पश्चिमी चंपारण के अलावा बिहार के 20 जिलों में बाढ़ से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। पश्चिमी चंपारण में गंडक नदी पर पानी के अत्यधिक दबाव के कारण बगहा-1 प्रखंड में नदी के बाएं किनारे पर स्थित तटबंध शाम 4.50 बजे क्षतिग्रस्त हो गया जिससे बाढ़ का पानी पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में भी प्रवेश कर गया। इससे वहां के वन्यजीवों को खतरा उत्पन्न हो गया है।