Edited By Swati Sharma, Updated: 25 Aug, 2023 04:46 PM

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की जमानत रद्द करने को लेकर सीबीआई द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका को लेकर सियासत गरमा गई है। सीएम नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के निर्देश...
पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद की जमानत रद्द करने को लेकर सीबीआई द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका को लेकर सियासत गरमा गई है। सीएम नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के निर्देश पर बेचारे लालू प्रसाद को ‘‘परेशान'' कर रही है। इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि शायद नीतीश कुमार भूल गए कि लालू यादव को फंसाने वाले वे खुद हैं।
'नीतीश को माफी मांगनी चाहिए'
सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार सबको फसाते हैं। लालू प्रसाद के खिलाफ किस ने आवेदन किया था। जनता दल यूनाइटेड और नीतीश जी क्लियर करे कि लालू जी के खिलाफ आवेदन करने वाला कौन है? जिसने सीबीआई को कागजात पहुंचाया उसका नाम क्या है? नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए। उन्हीं के पार्टी के नेता शरद यादव, शिवानंद तिवारी और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने सीबीआई को कागज पहुंचाया था। ईडी को बुलाया, सीबीआई और इनकम टॅक्स को बुलाया। नीतीश कुमार को माफी मांगनी चाहिए।
'जातीय जनगणना में बिहार भाजपा ने पूर्ण रूप से किया था समर्थन'
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज अगर रेलवे घोटाला में भी लालू यादव फंसे हैं तो आवेदन कर्ता नीतीश कुमार और उनके लोग हैं। उन्होंने कहा कि पहले केस करवाते हैं, चार्ज सीट करवाते हैं और फिर सजा दिलवाते हैं। अंतिम में गुहार लगाते हैं। जातीय आधारित गणना पर सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश जी भ्रम फैलाने में माहिर है। जातीय जनगणना में बिहार भाजपा ने पूर्ण रूप से समर्थन किया था। हमने नीतीश कुमार पर आंख बंद करके भरोसा किया था। मुंबई में विपक्षी दलों की बैठक पर सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार को टोला का मुखिया बनाने की तैयारी है। एक-दो स्टेट का एक छोटा सा संयोजक बनाने की तैयारी है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री बनने के लिए एनडीए को छोड़ दिया।