Edited By Ramanjot, Updated: 02 May, 2025 11:05 AM

बीते साल 5 मई 2024 को हुए NEET UG पेपर लीक मामले में अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की जांच तेज हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस केस के मुख्य आरोपियों में से एक संजीव मुखिया ने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं।
पटना: बीते साल 5 मई 2024 को हुए NEET UG पेपर लीक मामले में अब केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की जांच तेज हो गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस केस के मुख्य आरोपियों में से एक संजीव मुखिया ने पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे किए हैं।
CBI को दिए गए बयान में संजीव ने स्वीकार किया है कि नीट परीक्षा के दिन वह गुजरात के गोधरा में मौजूद था, और जिस स्कूल से पेपर लीक हुआ, वह स्थान वहां से महज 1.5 किलोमीटर की दूरी पर है।
जय जलाराम स्कूल से हुआ था पेपर लीक, DIG के रिश्तेदार की भूमिका उजागर
CBI जांच में यह भी सामने आया है कि इस लीक में एक DIG रैंक के पुलिस अधिकारी के रिश्तेदार की भी अहम भूमिका थी। यह व्यक्ति परीक्षार्थियों और उनके परिजनों के साथ सीधे डील करता था। इस प्रक्रिया में वह उम्मीदवारों को वडोदरा स्थित एक एजुकेशन कंसल्टेंट से मिलवाता था और डील फाइनल होने पर मोटा कमीशन वसूलता था।
CBI रिमांड पर संजीव मुखिया, अहमदाबाद में पूछताछ की तैयारी
संजीव मुखिया से पूछताछ के बाद अब गुजरात पुलिस उसे गोधरा मामले में पूछताछ के लिए अहमदाबाद ले जाने की तैयारी कर रही है। जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि आगे और कई महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं।
बिहार कनेक्शन: लखीसराय निवासी विभोर आनंद का बड़ा रोल
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल विभोर आनंद, जो मूल रूप से बिहार के लखीसराय का निवासी है, को गुजरात पुलिस ने दरभंगा से गिरफ्तार किया था। CBI की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि विभोर, DIG के रिश्तेदार होने के साथ-साथ पेपर डीलिंग में मुख्य कड़ी था।
गुजरात से लेकर पंजाब तक फैला है संजीव मुखिया का नेटवर्क
CBI को मिली जानकारी के मुताबिक संजीव मुखिया का नेटवर्क सिर्फ गुजरात तक सीमित नहीं है, बल्कि बिहार, राजस्थान, यूपी, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में भी उसका मजबूत जाल फैला हुआ है। सूत्रों के अनुसार, CBI ने उसे चार दिन की रिमांड पर लेकर गहन पूछताछ की है।
गिरफ्तार हुए थे स्कूल प्रिंसिपल और एजुकेशन माफिया
इस मामले में पहले ही जय जलाराम स्कूल के प्रिंसिपल पुरुषोत्तम शर्मा, शिक्षक तुषार भट्ट, वडोदरा के एजुकेशन कंसल्टेंट परशुराम राय, दलाल आरिफ वोहरा और विभोर आनंद को गिरफ्तार किया जा चुका है। परशुराम राय एक वीजा कंसल्टेंसी भी चलाता है और विदेशों में पढ़ाई की सलाह देता है।
अब आगे क्या? CBI की रिपोर्ट का इंतजार
CBI की रिमांड पूरी होने के बाद ही स्पष्ट होगा कि संजीव मुखिया ने और किन-किन नामों का खुलासा किया है। फिलहाल, जांच एजेंसियां सतर्क हैं और पेपर माफिया के पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में काम कर रही हैं।