Edited By Ramanjot, Updated: 05 Jun, 2025 07:53 PM

पटना के बिहटा में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी मुख्यालय के परिसर में स्थायी संरचनाओं का निर्माण कार्य अग्रिम चरण में है।
पटना के बिहटा में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी मुख्यालय के परिसर में स्थायी संरचनाओं का निर्माण कार्य अग्रिम चरण में है। बिहटा के दिलावरपुर में 25 एकड़ के भूखंड पर 287.52 करोड़ रुपये की लागत से भवन निर्माण विभाग द्वारा एक आधुनिक एसडीआरएफ मुख्यालय और प्रशिक्षण केंद्र का निर्माण किया जा रहा है।
परिसर में प्रशासनिक भवन, क्वार्टर मास्टर स्टोर, बैरक, ऑफिसर्स मेस, सब-ऑर्डिनेट ऑफिसर्स मेस, कमांडेंट और डिप्टी कमांडेंट आवास, हेड कॉन्स्टेबल, कॉन्स्टेबल, फॉलोअर्स आवास, हॉस्टल, डाइनिंग हॉल, क्यूआरटी भवन, और प्रशिक्षण ब्लॉक का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
इसके अतिरिक्त प्रेक्षा गृह सह फिटनेस सेंटर, डॉक्टर आवास, इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर आवासों का कार्य भी तेज गति से हो रहा है। बाढ़ राहत प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर का एक आधुनिक स्विमिंग पूल भी बनाया जा रहा है, जो जवानों को आपदा प्रबंधन में विशेषज्ञता प्रदान करेगा। एसडीआरएफ मुख्यालय में जवानों के लिए आवासीय सुविधाओं के साथ-साथ विश्वस्तरीय प्रशिक्षण केंद्र उपलब्ध होगा।
भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि एसडीआरएफ मुख्यालय परिसर में अधिकांश भवनों का निर्माण पूर्ण हो चुका है और शेष कार्य जुलाई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यह परियोजना आपदा प्रबंधन में बिहार की तैयारी को और मजबूत करेगी। गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के लिए कार्य स्थल का नियमित निरीक्षण और अनुश्रवण किया जा रहा है।
वर्तमान में एसडीआरएफ मुख्यालय अस्थायी रूप से बिहटा के दिलावरपुर में संचालित हो रहा है। प्रशिक्षण केंद्र के अभाव में जवानों को अन्य राज्यों में प्रशिक्षण के लिए जाना पड़ता है, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती है। इस नए मुख्यालय के निर्माण से न केवल यह समस्या हल होगी बल्कि आपदा प्रबंधन में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई संभव हो सकेगी।
इस परियोजना का लक्ष्य केवल एक आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र तक सीमित नहीं है बल्कि यह स्थानीय समुदायों को भी आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखता है। जो आपदा प्रबंधन में बिहार की क्षमता को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।