Edited By Ramanjot, Updated: 27 Aug, 2022 11:03 AM

अंजान ने कहा, ‘‘अगर इसके कारण उनकी एकता (महागठबंधन सरकार में शामिल अन्य दल राजद, जदयू और कांग्रेस) में किसी प्रकार की कठिनाईं हो रही हो तो हम उनके लिए घातक नहीं बनना चाहते हैं। बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन का स्वागत करते हुए भाकपा नेता ने कहा कि इस...
पटनाः भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने शुक्रवार को कहा कि सम्मानजनक स्थान दिए जाने पर हमारी पार्टी नवगठित महागठबंधन सरकार में शामिल हो सकती है । यह पूछे जाने पर कि नवगठित महागठबंधन सरकार को बाहर से समर्थन दे रही भाकपा सरकार में शामिल होगी, अंजान ने कहा, ‘‘उनकी पार्टी की राज्य कार्यकारिणी ने यह फैसला किया था, कि अगर कोई सम्मानजनक स्थिति होगी तो हमें (सरकार में शामिल होने में) कोई परहेज नहीं है।
"बिहार के राजनीतिक परिवर्तन का राष्ट्रव्यापी संदेश गया"
अंजान ने कहा, ‘‘अगर इसके कारण उनकी एकता (महागठबंधन सरकार में शामिल अन्य दल राजद, जदयू और कांग्रेस) में किसी प्रकार की कठिनाईं हो रही हो तो हम उनके लिए घातक नहीं बनना चाहते हैं। बिहार में हुए सत्ता परिवर्तन का स्वागत करते हुए भाकपा नेता ने कहा कि इस राजनीतिक घटना ने राष्ट्रीय राजनीति की दिशा बदल दी है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत आवश्यक था और भाजपा जिस तरह से राज्य सरकारों को तोड़ती जा रही थी, उससे हमारे जनतंत्र पर खतरा बढ़ता जा रहा है। अंजान ने कहा कि बिहार के इस राजनीतिक परिवर्तन का राष्ट्रव्यापी संदेश गया है। उन्होंने कहा कि मोदी की सरकार हमारे संविधान, लोकतंत्र, देश की गंगा-जमुनी संस्कृति पर लगातार हमला कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश के आमलोगों और श्रमिकों के अधिकारों को छीन रही है ओर इस प्रकार तानाशाही थोपने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ईडी (प्रवर्तन निदेशालय), सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) और धन के बल पर जनता द्वारा चुनी हुई राज्य सरकारों को तोड़कर, मध्यप्रदेश, महारष्ट्र, गोवा में अपनी सरकार बना ली।
"बिहार ने राष्ट्र को दी है एक नई दिशा"
भाकपा नेता ने कहा कि बिहार ने उसके इस विजय अभियान पर ब्रेक लगाने का काम किया है और पुनः बिहार ने इतिहास को दोहराया है। अंजान ने आरोप लगाया कि आडवाणी रथ यात्रा निकालकर पूरे देश को साम्प्रदायिकता की आग में झोंकने के फेर में थे, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने उनके रथ को रोककर देश, संविधान और लोकतंत्र बचा लिया था। उन्होंने कहा कि बिहार ने भाजपा के विजय अभियान को रोककर राष्ट्र को एक नई दिशा दी है। उन्होंने 18 से 21 सितम्बर तक बिहार के बांका जिला के धोरैया में होने वाले भाकपा के राज्य सम्मेलन तथा 14 से 18 अक्टूबर तक आंध्रप्रेदश के विजयवाड़ा में प्रस्तावित भाकपा के महाधिवेशन की चर्चा करते हुए कहा कि इस महाधिवेशन के बाद नवंबर से एक महासंग्राम और विपक्षी एकता को लेकर उनकी पार्टी कार्य करेगी तथा हमें उम्मीद है कि बिहार में विपक्षी एकता का जो ढांचा और मंच बना है वह आगे बढ़ेगा।