Edited By Nitika, Updated: 19 Jan, 2023 08:40 AM

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी से एक समुदाय की भावनाएं आहत हुईं, तब पार्टी ने तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई की थी लेकिन जब शिक्षा...
पटनाः बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी से एक समुदाय की भावनाएं आहत हुईं, तब पार्टी ने तुरंत उनके खिलाफ कार्रवाई की थी लेकिन जब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने श्रीरामचरित मानस की निंदा कर हिंदू समाज की भावनाओं को आहत किया तब उनके खिलाफ कार्रवाई करने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी बेचारगी जाहिर कर रहे हैं।
सुशील मोदी ने बुधवार को बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री इतने कमजोर हो चुके हैं कि चंद्रशेखर को बर्खास्त करना तो दूर, उनसे लिखित स्पष्टीकरण तक नहीं मांगा। उन्होंने कहा कि अगर चंद्रशेखर ने नीतीश कुमार के 'समझाने' पर भी अपना बयान वापस नहीं लिया बल्कि उस पर अड़े हुए हैं तो जाहिर है कि मुख्यमंत्री कितने कमजोर हो चुके हैं। वे अब केवल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की कृपा से कुर्सी पर बने हुए हैं।
भाजपा सांसद ने कहा कि नूपुर शर्मा ने किसी सरकारी कार्यक्रम में नहीं बल्कि एक निजी टीवी चैनल पर बहस के दौरान भगवान शंकर पर अभद्र टिप्पणी करने के जवाब में अपनी बात इस्लामी किताबों के हवाले से कही थी, फिर भी उन्हें दंडित किया गया। वहीं, राजद कोटे के मंत्री चंद्रशेखर ने तो दीक्षांत समारोह जैसे सरकारी और गरिमामय कार्यक्रम में बिना किसी उकसाने के मानस को 'नफरत फैलाने वाला ग्रंथ' बताकर करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर आघात किया, फिर भी उनके विरुद्ध सरकार और उनकी पार्टी ने कोई कार्रवाई नहीं की। यह रवैया महागठबंधन के हिंदू-विरोधी दुराग्रह की पराकाष्ठा है।
मोदी ने कहा कि चंद्रशेखर और सुधाकर सिंह के बयान नीतीश कुमार को लगातार कमजोर बना रहे हैं। इन दोनों पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी प्रसाद यादव का वरदहस्त है। उन्होंने कहा कि राजद ने पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को नोटिस देने में 15 दिन देर की और जवाब देने के लिए भी 15 दिन का लंबा समय दे दिया। नोटिस केवल दिखावा है।