Edited By Swati Sharma, Updated: 26 Jul, 2024 05:39 PM
विधान परिषद से सदस्यता रद्द होने के बाद सुनील सिंह पहली बार मीडिया के सामने आए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुनील सिंह ने कहा कि यह पूरी पटकथा 19 अप्रैल 2024 को सीएम आवास में लिखी गई थी। उन्होंने कहा था कि जो किसान की बात करता है, जो भ्रष्टाचार की...
पटना(अभिषेक कुमार सिंह): विधान परिषद से सदस्यता रद्द होने के बाद सुनील सिंह पहली बार मीडिया के सामने आए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुनील सिंह ने कहा कि यह पूरी पटकथा 19 अप्रैल 2024 को सीएम आवास में लिखी गई थी। उन्होंने कहा था कि जो किसान की बात करता है, जो भ्रष्टाचार की बात करता है उसकी सदस्यता किसी भी परिस्थिति में ले लेनी है और उसी दिन से यह षड्यंत्र रचा गया।
'हमेशा महिलाओं को अपमानित करते हैं नीतीश कुमार'
सुनील सिंह ने कहा कि मैंने आचार समिति को पत्र भेज था, लेकिन मेरा पत्र वापस कर दिया गया। मैंने पोस्ट के माध्यम से भी लेटर भेजा, उस लेटर को भी लौटा दिया गया। आज तक संसदीय इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि इस पूरे मामले के पीछे सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं, जिन्होंने हमारी सदस्यता ली है और हमें अपनी बात रखने का मौका भी नहीं दिया। उन्होंने कहा कि समिति के जो तीन सदस्य सदस्य थे, उनको भी पूरे मामले की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने नीतीश कुमार पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार समाजवादी के भेष में भ्रष्टाचारी बहुरूपिया है। नीतीश कुमार ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जो हमेशा महिलाओं को अपमानित करते हैं।
'नीतीश कुमार की जानी चाहिए सदस्यता'
आगे के निर्णय के खिलाफ कोर्ट जाने पर सुनील सिंह ने कहा कि इसका फैसला राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव लेंगे। इसका फैसला मैं नहीं ले सकता हूं, लेकिन मैं सड़क पर उतरूंगा और नीतीश कुमार के कान से लेकर दिमाग तक को हिला दूंगा। जब सुनील सिंह से पूछा गया कि आप ने नीतीश कुमार की मिमिक्री की थी इसलिए आपकी सदस्यता गई है। इस पर उन्होंने कहा कि नियम में कहीं नहीं है कि मिमिक्री करने पर सदस्यता चली जाए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी संसद में मिमिक्री की क्या उनकी सदस्यता चली गई? अगर सदस्यता जानी है तो नीतीश कुमार की जानी चाहिए क्योंकि उन्होंने महिलाओं को अपमानित करने का काम किया है।