Edited By Swati Sharma, Updated: 04 May, 2023 05:59 PM

तेजस्वी यादव ने कहा कि अब कोर्ट के आर्डर का इंतजार है। इधर, जातीय आधारित गणना पर हाईकोर्ट की तरफ से रोक लगाए पर जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने बयान देते हुए कहा कि विधानमंडल का सर्वसम्मत प्रस्ताव, सर्वदलीय सहमति के आधार पर संवैधानिक प्रावधान के तहत...
पटनाः बिहार में हो रही जातीय जनगणना पर गुरुवार को पटना हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। वहीं जातीय आधारित गणना पर हाईकोर्ट की तरफ से रोक लगाए जाने के बाद डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि सबको पता है, यह जाति आधारित सर्वे था, जातीय जनगणना नहीं था। जाति आधारित सर्वे का मकसद बिहार के गरीबों को फायदा पहुंचाने का था। लालू यादव और नीतीश कुमार जाति आधारित सर्वे के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी सरकार यह काम पूरा करेगी।
अब कोर्ट के आर्डर का इंतजार हैः तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि अब कोर्ट के आर्डर का इंतजार है। उन्होंने कहा कि जाति आधारित जनगणना लोगों के कल्याण के लिए है, हम गरीबी, पिछड़ेपन को मिटाना चाहते हैं। एक बात स्पष्ट है, यह होना तय है।” इधर, जातीय आधारित गणना पर हाईकोर्ट की तरफ से रोक लगाए जाने पर जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने बयान देते हुए कहा कि विधानमंडल का सर्वसम्मत प्रस्ताव, सर्वदलीय सहमति के आधार पर संवैधानिक प्रावधान के तहत जातीय गणना का नीतिगत फैसला और ऐसी स्थिति में उच्च न्यायालय पटना द्वारा तत्काल अंतरिम आदेश पारित किया जाना निश्चित रूप से तत्कालिक आदेश है। इसके राजनीतिक निहितार्थ जो कोई भी निकाल रहे हैं। उसको गंभीरता से राजनीतिक चश्मे से जरूर देखना चाहिए।
जातीय जनगणना पर पटना हाईकोर्ट ने लगाई रोक
बता दें कि बिहार में जातीय जनगणना पर गुरुवार को पटना हाईकोर्ट ने रोक लगा दी। हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के. विनोद चंद्रन और न्यायमूर्ति मधुरेश प्रसाद की खंडपीठ ने बिहार में हो रही जातीय जनगणना पर रोक लगाने की दायर याचिका पर बुधवार को सुनवाई पूरी करने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।