Edited By Ramanjot, Updated: 16 Jan, 2023 02:43 PM
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बांका जिला प्रशासन द्वारा मकर संक्रांति के पावन अवसर पर आयोजित राजकीय बौसी मेला और मंदार महोत्सव में बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ. नीतू कुमारी नवगीत ने अंगिका, मगही, मैथिली और भोजपुरी गीतों से रंग जमाया। पूरा...
बांका: बांका जिला प्रशासन द्वारा मकर संक्रांति के पावन अवसर पर आयोजित राजकीय बौसी मेला और मंदार महोत्सव में बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका डॉ. नीतू कुमारी नवगीत ने अंगिका, मगही, मैथिली और भोजपुरी गीतों से रंग जमाया। पूरा महोत्सव बिहार के लोकगीतों से गूंज उठा। स्थानीय बोली और भाषा का सुंदर समन्वय करते हुए नीतू नवगीत ने पूरा मेला परिसर में लोकगीतों की खुशबू फैला दी। भगवान भोले शंकर की आराधना करते हुए उन्होंने शिव जी का नचारी काले के शिव के मनाई हो शिव मानत नाहीं, भोला के देखेला बेकल भइले जियरा ,खोली ना ही मातल हो नयनवा शिव शंकर दानी ,शिव शंकर चले कैलाश बुंदिया पड़ने लगी, डिम डिम डमरु बजावे ला हमार जोगिया जैसे गीत गाए।