Edited By Ramanjot, Updated: 15 Oct, 2020 05:12 PM
बिहार विधानसभा के लिए 28 अक्टूबर को प्रथम चरण की 71 सीटों पर होने वाले चुनाव में मोकामा, डुमरांव, चेनारी (सुरक्षित), सासाराम, पालीगंज और झाझा छह सीटें ऐसी हैं, जहां वर्ष 2015 में निर्वाचित विधायक इस बार दूसरी पार्टी के टिकट से अपनी किस्मत आजमा रहे...
पटनाः बिहार विधानसभा के लिए 28 अक्टूबर को प्रथम चरण की 71 सीटों पर होने वाले चुनाव में मोकामा, डुमरांव, चेनारी (सुरक्षित), सासाराम, पालीगंज और झाझा छह सीटें ऐसी हैं, जहां वर्ष 2015 में निर्वाचित विधायक इस बार दूसरी पार्टी के टिकट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
बिहार की हाईप्रोफाइल सीट में शामिल मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है। उन्होंने वर्ष 2015 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपनी किस्मत आजमायी और जनता दल यूनाईटेड (JDU) प्रत्याशी नीरज कुमार को 18348 मतों के अंतर से पराजित किया था। वह इस बार राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के टिकट पर मोकामा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह इस सीट से पांचवी बार चुनावी संग्राम में जोर आजमा रहे हैं। वहीं, इस बार जदयू ने राजीव लोचन नारायण सिंह को पार्टी का उम्मीदवार बनाया है जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं।
कई आपराधिक मामलों में जेल में बंद ‘छोटे सरकार' के नाम से चर्चित अनंत सिंह फरवरी 2005 में मोकामा विधानसभा सीट से जदयू के टिकट पर पहली बार चुनाव जीते थे। इसके बाद विधानसभा भंग होने पर अक्टूबर-नवंबर 2005 में हुए चुनाव में वह दूसरी बार भी जीत गए। वर्ष 2010 के विधानसभा चुनाव में अनंत सिंह मोकामा से ही जदयू की टिकट पर लगातार तीसरी बार चुनाव जीते। इसके बाद उन्होंने वर्ष 2015 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मोकामा सीट से जीत हासिल की थी।