Edited By Diksha kanojia, Updated: 04 Jul, 2022 10:59 AM
कुजूर ने कहा कि एक तरफ झारखंड सरकार अपने को आदिवासी का सबसे बड़ा हितैषी बताती है, वहीं इस राज्य में सबसे ज्यादा पीड़ित आदिवासी समाज ही है। कहा कि सबसे ज्यादा दुष्कर्म की शिकार आदिवासी बहन बेटियां ही हो रही है। सरकार को केवल अपना हिस्सेदारी लेना आता है
रांचीः भारतीय जनता पार्टी की झारखंड महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि देवघर एम्स से इलाज करा कर वापस लौट रही दो महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।
कुजूर ने कहा कि एक तरफ झारखंड सरकार अपने को आदिवासी का सबसे बड़ा हितैषी बताती है, वहीं इस राज्य में सबसे ज्यादा पीड़ित आदिवासी समाज ही है। कहा कि सबसे ज्यादा दुष्कर्म की शिकार आदिवासी बहन बेटियां ही हो रही है। सरकार को केवल अपना हिस्सेदारी लेना आता है पर जिनके दम पर हिस्सेदारी लें रहे हैँ उनकी कोई सुधि नहीं लेते, आज सबसे ज्यादा पीड़ित महिलाये है जिनके साथ शोषण जुल्म हत्या और दुष्कर्म की घटना बढ़ी है।
कुजूर ने कहा कि झारखण्ड में अपराधियों का मनोबल इतना बढा है कि बीमार महिलाओं के साथ भी चलती राह दुष्कर्म कि घटना हो रही है। विधि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है सरकार को थोड़ी भी आम जनता और महिलाओं की चिंता है तो अबिलम्ब दोषियों को गिरफ़्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दें।