Edited By Diksha kanojia, Updated: 21 Sep, 2022 04:21 PM

मुठभेड़ के दौरान जाबांज व चुस्त-दुरुस्त सुरक्षाबलों से करारी शिकस्त मिलने के बाद भले ही नक्सली जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले हो। बावजूद पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर चतरा में चतरा और बिहार के गया जिले के पुलिस अधिकारियों की इंटर स्टेट हाई लेवल क्राइम...
चतराः झारखंड-बिहार की सीमा पर नक्सल विरोधी अभियान और तेज होगा। झारखंड के लातेहार और चतरा जिले में दो दिन पूर्व नक्सलियों के साथ सुरक्षाबलों की हुई भीषण मुठभेड़ के बाद धीरे-धीरे उग्रवादियों की मुसीबत और बढ़ती जा रही है।
मुठभेड़ के दौरान जाबांज व चुस्त-दुरुस्त सुरक्षाबलों से करारी शिकस्त मिलने के बाद भले ही नक्सली जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले हो। बावजूद पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर चतरा में चतरा और बिहार के गया जिले के पुलिस अधिकारियों की इंटर स्टेट हाई लेवल क्राइम मीटिंग हुई। इस बैठक में चतरा और गया जिले के सीमावर्ती थाना क्षेत्रों के डीएसपी, इंस्पेक्टर एवं थाना प्रभारी समेत नक्सल अभियान से जुड़े सुरक्षा अधिकारी मौजूद रहे।
चतरा परिसदन भवन में पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन के नेतृत्व में करीब चार घंटों तक चली इस मैराथन हाई लेवल मीटिंग में नक्सलियों, अपराधियों, माफियाओं और तस्करों के विरुद्ध इंटरस्टेट संयुक्त अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। अभियान की सफलता को लेकर चतरा एसपी ने दोनों राज्यों के पुलिस पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर इंटर स्टेट क्राइम कंट्रोल की दिशा में कठोर कारर्वाई करने का निर्देश दिया।
रंजन ने कहा कि नक्सलियों का खत्म करके ही पुलिस दम लेगी। झारखंड और बिहार पुलिस मिलकर संयुक्त इंटरस्टेट क्राईम कंट्रोल अभियान जल्द लांच करेगी। उन्होंने समाज के विकास में बाधक बन चुके नक्सलियों को चेताते हुए कहा कि आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाकर वे सरेंडर कर दें, वरना उनका न तो भविष्य बचा है और ना ही उनके समक्ष कोई और विकल्प। अगर वे सरेंडर नहीं करते हैं तो पुलिस उनसे सख्ती से निबटेगी।
उन्होंने कहा कि चतरा और बिहार के गया जिला की पुलिस संयुक्त रूप से समन्वय स्थापित कर नक्सलियों के अलावे अंतररज्यीय गिरोह के अपराधियों, तस्करों और माफियाओं पर भी नकेल कसेगी। ताकि समाज में शांति व्यवस्था कायम करते हुए अपराध मुक्त समाज की परिकल्पना सुनिश्चित की जा सके।