Edited By Harman, Updated: 26 Sep, 2024 09:00 AM
सरायकेला विधानसभा के गेस्ट हाउस मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने परिवर्तन सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने भाजपा सरकार की उपलब्धियों को जनता के समक्ष गिनाया। साथ ही झारखंड की वर्तमान सरकार पर भी जमकर निशाना साधा।
सरायकेला: झारखंड में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कुछ समय ही शेष बचा है। सभी राजनीतिक दल चुनावों में जीत हासिल कर सत्ता पर काबिज होने के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी क्रम में सरायकेला विधानसभा के गेस्ट हाउस मैदान में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने परिवर्तन सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने भाजपा सरकार की उपलब्धियों को जनता के समक्ष गिनाया। साथ ही झारखंड की वर्तमान सरकार पर भी जमकर निशाना साधा।
"झारखंड का निर्माण अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में साल 2000 में हुआ"
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि झारखंड का निर्माण अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में साल 2000 में हुआ था, और अब इसको विकसित राज्य बनाना हम सबका उत्तरदायित्व है। मुंडा ने भाजपा सरकार की कार्यशैली की तारीफ करते हुए बताया कि भाजपा की सरकार ने संथाल क्षेत्र में एकलव्य विद्यालयों की स्थापना की है, ताकि आदिवासी बच्चे भी अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सके । इसके विपरीत, उन्होंने कांग्रेस की सरकार पर आदिवासियों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि गुवा गोलीकांड और चिरूडीह गोलीकांड जैसे कई घटनाएं कांग्रेस शासनकाल की कड़वी यादें हैं, जब आदिवासियों पर गोलियां चलाई गईं।
"हमें अपनी माटी और जंगल को बचाना है"
वहीं आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाए जाने की बात पर अर्जुन मुंडा ने भाजपा की तारीफ करते हुए कहा कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाए श्रेय भाजपा को जाता है। साथ ही उन्होंने कहा कोल्हान क्षेत्र में जितने भी गोलीकांड हुए, वे सभी कांग्रेस के शासनकाल में हुए हैं। अगर हमें अपनी माटी और जंगल को बचाना है, तो हमें परिवर्तन लाना होगा और राज्य की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकना होगा।
"उत्पाद भर्ती प्रक्रिया में युवाओं की मौत बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण"
साथ ही उत्पाद भर्ती प्रक्रिया में युवाओं की मौत पर अर्जुन मुंडा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज मां-बाप अपने बच्चों के रोजगार को लेकर सबसे ज्यादा चिंतित है। लेकिन राज्य सरकार ने उत्पाद भर्ती प्रक्रिया में युवाओं को इतना दौड़ाया कि 17 युवाओं की मृत्यु हो गई। जो कि बहुत शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है।