Edited By Khushi, Updated: 30 Aug, 2024 01:22 PM
रांची के हरमू मैदान में 29 अगस्त से 8 सितंबर तक चलने वाला दिव्य कला मेला का बीते गुरुवार को राज्यपाल संतोष गंगवार ने उद्घाटन किया। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की ओर से देश भर के दिव्यांग उद्यमियों/कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने...
रांची:रांची के हरमू मैदान में 29 अगस्त से 8 सितंबर तक चलने वाला दिव्य कला मेला का बीते गुरुवार को राज्यपाल संतोष गंगवार ने उद्घाटन किया। उनके साथ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग भारत सरकार के मंत्री डॉ.वीरेंद्र कुमार, स्थानीय विधायक नवीन जायसवाल और नेशनल दिव्यांग जन फाइनेंस डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के अध्यक्ष नवीन शाह थे।
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि हर्ष का विषय है कि झारखंड की इस पावन धरती पर ‘दिव्य कला मेला’ का आयोजन हो रहा है। यह मेला न केवल कला और शिल्प का उत्सव तथा सांस्कृतिक आयोजन है, बल्कि हमारे दिव्यांगजनों की अद्वितीय प्रतिभा, आत्मविश्वास एवं साहस का प्रतीक भी है। उन्होंने कहा कि यह मेला दिव्यांगजन के सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। साथ ही उन्होंने कहा कि देश में यह 18वां मेला है। इन मेलों के माध्यम से दिव्यांगजन अपने उत्पादों को न केवल देश भर में प्रदर्शित कर सकते हैं, बल्कि उन्हें वैश्विक बाजारों तक भी पहुंचा सकते हैं। राज्यपाल ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिये विकलांग शब्द के बदले दिव्यांग जैसे सम्मानजनक शब्द को अपनाया गया। प्रधानमंत्री के जरिये दिव्यांगजन के उत्थान के लिए अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा गया कि दिव्यांगजन में किसी भी प्रकार की प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। वे समाज के हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रहे हैं, चाहे वह कला हो, शिक्षा हो, खेल हो या उद्यमिता।
आठ सितंबर तक चलेगा मेला
दरअसल, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की ओर से देश भर के दिव्यांग उद्यमियों/कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने के लिए इस मेले का आयोजन किया गया है। यह मेला 8 सितंबर 2024 तक चलेगा। मेले में जम्मू और कश्मीर, उत्तर पूर्वी राज्यों, हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई सहित देश के विभिन्न हिस्सों से उत्पादों के स्टॉल लगाए गए हैं। यह सुबह 11 से रात 9 बजे तक खुला रहेगा। इस दौरान दिव्यांग कलाकारों के द्वारा सांस्कृतिक गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा मेले में फूड स्टॉल भी लगाए गए हैं। साथ ही बच्चों के मनोरंजन की भी व्यवस्था है।