Edited By Umakant yadav, Updated: 10 Mar, 2021 12:15 PM

झारखंड की कानून व्यवस्था की नाकामी का एक और उदाहरण सामने आया है। यहां हजारीबाग के जेपी केंद्रीय कारागार के डिटेंशन सेंटर से दो विदेशी नागरिक फरार हो गये हैं। जबकि उनकी सुरक्षा के लिए हवलदार सहित 5 जवान ड्यूटी पर थे। लेकिन जवानों की आंखों में धूल...
हजारीबाग: झारखंड की कानून व्यवस्था की नाकामी का एक और उदाहरण सामने आया है। यहां हजारीबाग के जेपी केंद्रीय कारागार के डिटेंशन सेंटर से दो विदेशी नागरिक फरार हो गये हैं। जबकि उनकी सुरक्षा के लिए हवलदार सहित 5 जवान ड्यूटी पर थे। लेकिन जवानों की आंखों में धूल झोंककर दोनों विदेशी नागरिक फिल्मी स्टाइल में खिड़की की राड़ काटकर भाग निकले।
बता दें कि फरार हुए व्यक्ति का नाम मोहम्मद जावेद हुसैन और जाहिद हुसैन बताया जा रहा है। दोनों फरार विदेशी नागरिक अपने आप को बांग्लादेशी बताते थे। पर इनके बारे में संबंधित स्थानों में जितने भी पत्राचार हुए उसमे उनके बांग्लादेशी होने की पुष्टि नहीं हो रही थी। इन विदेशी नागरिकों को फरवरी 2020 में दुमका से लाया गया था जो बिना टिकट रेल यात्रा करने के जुर्म में सजा काट चुके थे। परंतु अपने नागरिकता को लेकर ये लोग पुख्ता सबूत नहीं दे पाए और सजा काटने के बाद इन्हें दुमका से हज़ारीबाग़ भेज दिया गया।
जिसके बाद से ही इन दोनों कैदियों को केंद्रीय कारागार से सटे डिटेंशन सेंटर में रखा जाने लगा था। इन विदेशी नागरिकों के सुरक्षा का जिम्मा जिला पुलिस के ऊपर था उक्त नागरिक मंगलवार सुबह के चार बजे ही फरार हो गए। पुलिस को इसकी भनक दोपहर के 12 बजे उस समय हुई जब जेल के सुरक्षा कर्मी खाना देने गए। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर छापेमारी करने में जुट गई है। गौरतलब है कि इससे पहले भी अब्दुल्ला नामक एक विदेशी नागरिक फरार हो चुका हैं। जिसलका अभी तक कोई पता नहीं चल सका है।