Edited By Khushi, Updated: 30 Aug, 2024 06:23 PM
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में 365 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस नियुक्ति पत्र में सबसे खास बात ये रही कि पहली बार झारखंड में सरकार ने किसी ट्रांसजेंडर को नियुक्ति पत्र दिया गया।
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते गुरुवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में 365 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपा। इस नियुक्ति पत्र में सबसे खास बात ये रही कि पहली बार झारखंड में सरकार ने किसी ट्रांसजेंडर को नियुक्ति पत्र दिया गया।
"पढ़ाई कर सभी को आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए"
नियुक्ति पत्र मिलने के बाद ट्रांसजेंडर अमिर महतो ने कहा कि मैं अपने लोगों को कहना चाहूंगा कि पढ़ाई कीजिये, नौकरी के दरवाजे खुले हैं। उन्होंने कहा कि उनकी मां की इच्छा नर्स बनने की थी, लेकिन घर की परिस्थितियों के कारण उन्हें सफलता नहीं मिल पाई। इसके बाद उनकी मां ने पढ़ाई-लिखाई के लिए हमेशा प्रोत्साहित किया। काफी संघर्ष के बाद अब वो अपनी मां के सपने को पूरा कर पा रही हैं। अमीर महतो ने कहा कि उन्हें ट्रांसजेंडर होने पर कोई शर्म नहीं आती और न ही इसके लिए ईश्वर से उन्हें कोई शिकायत हैं। उन्होंने अपने समुदाय के लोगों से अपील की कि पढ़ाई-लिखाई कर सभी को आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए। बचपन से ही उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने यह सफलता हासिल की। अब वो समाज को मदद करना चाहती हैं। वहीं इस मौके पर अन्य नियुक्ति पत्र पाए लाभुकों में खुशी की लहर देखी गई। मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बेहतर काम कर रही है। आने वाले समय में युवाओं को इस राज्य में और रोजगार मिलेगा ऐसी आशा है। वहीं इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी को शुभकामनाएं दी।
सीएम हेमंत ने कहा कि झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है। अब झारखंड की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए आप लोगों को कई चुनौतियों का सामना करते हुए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि झारखंड के ऐसे गांव है जहां अब तक स्वास्थ्य व्यवस्था उनके दरवाजे तक नहीं पहुंची है। कई ऐसे ग्रामीण हैं जो अब तक शहर का मुंह तक नहीं देख पाए हैं। ऐसे में स्वास्थ्य की सुविधा उनके दरवाजे तक पहुंचाने की आप लोगों की जिम्मेदारी है।