Edited By Khushi, Updated: 24 Sep, 2023 02:16 PM

राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) ने शनिवार को कहा कि लिथियम, निकेल, मैग्नीज और कोबाल्ट जैसी अहम धातु निकालने के लिए जमशेदपुर में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की पहली ‘बैटरी पुनर्चक्रण पायलट फैसिलिटी' चालू की है।
जमशेदपुर: राष्ट्रीय धातुकर्म प्रयोगशाला (एनएमएल) ने शनिवार को कहा कि लिथियम, निकेल, मैग्नीज और कोबाल्ट जैसी अहम धातु निकालने के लिए जमशेदपुर में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की पहली ‘बैटरी पुनर्चक्रण पायलट फैसिलिटी' चालू की है।
सीएसआईआर के घटक प्रतिष्ठान एनएमएल ने एक बयान में कहा कि इस केंद्र (फैसिलिटी) में अहम धातुओं को निकालने के लिए समेकित विशाल हाइड्रो मेटलर्जिकल केंद्र के अलावा एक टन प्रति दिन बैटरी नष्ट करने एवं कैथोड सामग्री अलग करने की सुविधा है। बैटरियों में रसायन एवं धातु होते हैं जो यूं ही फेंक देने पर पानी एवं मृदा दूषित हो जाती हैं और पर्यावरण की चिंता खड़ी हो जाती है।
यहां सीआईएसआर -बल्क केमिकल मिशन के सहयोग से जो नया केंद्र बनाया है वह खत्म हो चुके रिचार्जेबल लिथियम आयन बैटरियों और निकेल आधारित बैटरियां से निपटने में सक्षम है।