Edited By Khushi, Updated: 31 Oct, 2024 12:45 PM
2019 में हुए चुनाव में मांडर सीट पर जेवीएम उम्मीदवार बंधु तिर्की ने जीत हासिल की थी। बंधु तिर्की को 92 हजार चार सौ 91 वोट मिला था तो बीजेपी उम्मीदवार देव कुमार धान 69 हजार तीन सौ 64 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे।
मांडर: झारखंड के 81 विधानसभा सीटों में से एक मांडर विधानसभा सीट है। यह सीट लोहारदग्गा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। झारखंड बनने के बाद इस सीट पर बंधु तिर्की के परिवार का दबदबा रहा है। पार्टी बदल बदल कर बंधु तिर्की ने कई बार इस सीट से जीत हासिल की है।
वहीं इस बार भी कांग्रेस ने बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की को मांडर से टिकट दिया है। पिछले आंकड़ों को देखें तो ये साफ लग रहा है कि शिल्पी नेहा तिर्की एक बार फिर से चुनाव जीत सकती हैं।
वहीं मांडर में 2022 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार शिल्पी नेहा तिर्की 23 हजार पांच सौ 17 वोट से जीत हासिल की थी। शिल्पी नेहा तिर्की को 95 हजार 62 वोट मिला था। वहीं बीजेपी उम्मीदवार गंगोत्री कुजूर 71 हजार पांच सौ 45 वोट लाने में सफल रहे थे। मजलिस के कैंडिडेट देव कुमार धान 22 हजार तीन सौ 95 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2019 में हुए चुनाव में मांडर सीट पर जेवीएम उम्मीदवार बंधु तिर्की ने जीत हासिल की थी। बंधु तिर्की को 92 हजार चार सौ 91 वोट मिला था तो बीजेपी उम्मीदवार देव कुमार धान 69 हजार तीन सौ 64 वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं मजलिस कैंडिडेट शिशिर लकड़ा 23 हजार पांच सौ 92 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक नजर 2014 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं साल 2014 के विधानसभा चुनाव परिणाम पर नजर डालें तो इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार गंगोत्री कुजूर ने तृणमूल कांग्रेस कैंडिडेट बंधु तिर्की को 7 हजार छह सौ पांच वोट के अंतर से हरा दिया था। गंगोत्री कुजूर को कुल 54 हजार दो सौ वोट मिले थे जबकि दूसरे नंबर पर रहे बंधु तिर्की को कुल 46 हजार पांच सौ 95 वोट मिले थे तो वहीं तीसरे स्थान पर रहे निर्दलीय देव कुमार धान को कुल 38 हजार आठ सौ एक वोट मिले थे।
विधानसभा चुनाव 2009 के नतीजे
वहीं 2009 के विधानसभा चुनाव परिणामों पर नजर डालें तो इस सीट पर बंधु तिर्की ने कांग्रेस के देव कुमार धान को 29 हजार नौ सौ 71 वोट के अंतर से हरा दिया था। बंधु तिर्की को कुल 58 हजार नौ सौ 24 वोट मिला था जबकि दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के देव कुमार धान को कुल 28 हजार नौ सौ 53 वोट ही मिला। वहीं तीसरे स्थान पर रहे चामरा लिंडा को 27 हजार 73 वोटों से संतोष करना पड़ा था।
झारखंड बनने के बाद इस सीट पर हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों का विश्लेषण करें तो साफ हो जाता है कि मांडर सीट पर बंधु तिर्की के परिवार का दबदबा रहा है। इस बार भी कांग्रेस ने बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी नेहा तिर्की को मांडर के चुनावी रण में उतारा है तो बीजेपी ने सन्नी टोप्पो को यहां से उम्मीदवार बनाया है। सारे समीकरण को देखें तो ये साफ है कि मांडर सीट पर शिल्पी नेहा तिर्की का पलड़ा भारी है और एक बार फिर शिल्पी नेहा तिर्की इस सीट पर जीत का परचम लहरा सकती हैं।