Edited By Swati Sharma, Updated: 22 Aug, 2024 01:31 PM
भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड में बिंद टोली बांध टूटने के बाद स्थिति दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। चारों ओर केवल पानी ही पानी नजर आ रहा है। गंगा नदी अभी भी खतरे के निशान से 58 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ का पानी दर्जनों...
भागलपुर(अंजनी कुमार कश्यप): भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर प्रखंड में बिंद टोली बांध टूटने के बाद स्थिति दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। चारों ओर केवल पानी ही पानी नजर आ रहा है। गंगा नदी अभी भी खतरे के निशान से 58 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बाढ़ का पानी दर्जनों गांवों में भर गया है, जिसके कारण लोग पलायन करने पर मजबूर हो गए हैं और ऊंची जगहों पर शरण ले रहे हैं।
बाढ़ से प्रभावित परिवार लगातार सरकार से लगा रहे मदद की गुहार
बता दें कि बिंद टोली में 15 करोड़ रुपये की लागत से यह बांध बनाया गया था, लेकिन पानी के दबाव को सहन नहीं कर पाने के कारण यह ध्वस्त हो गया। यह ध्यान देने योग्य है कि 2008 में बिहार सरकार ने इस बांध को बनाने के लिए 50 करोड़ रुपये खर्च किए थे और इस साल 2024 में इसकी मरम्मत के लिए लगभग 15 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इसके बावजूद, बांध टूट गया है। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर किसकी लापरवाही से यह बांध टूटा है? क्या सरकार इस घटना के बाद किसी पर कार्रवाई करेगी? वहीं, बिंद टोली बांध के टूटने से सैकड़ों लोगों का आशियाना उजड़ गया है। बांध पर रह रहे लोग अब मजबूरी में अपने हाथों से अपने घरों को उजाड़ कर ऊंची जगहों पर शरण ले रहे हैं। बांध टूटने के बाद पूरे क्षेत्र में पानी फैल गया है, जिससे लोग कई दिनों से भूखे-प्यासे कठिन परिस्थितियों में जी रहे हैं। बाढ़ से प्रभावित परिवार लगातार सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। अब तक सैकड़ों परिवार इस क्षेत्र से पलायन कर चुके हैं, लेकिन स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।
बांध के टूटने के बाद पूरे क्षेत्र में तबाही का मंजर
भागलपुर के जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी लगातार बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा ले रहे हैं। जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर ले जा रही है। बांध के टूटने के बाद पूरे क्षेत्र में तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है। बाढ़ पीड़ितों के लिए भागलपुर जिला प्रशासन की ओर से राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां लोगों को अस्थाई रूप से शरण और सहायता प्रदान की जा रही है।
नवगछिया एसडीओ ने स्थिति का लिया जायजा
नवगछिया के गोपालपुर प्रखंड अंतर्गत बिंद टोली में बांध ध्वस्त होने के बाद लगातार अधिकारी कटाव स्थल पर पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात कर रहे हैं और उनके लिए ऊंचे स्थानों पर राहत शिविर और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं मुहैया कराने का आश्वासन दे रहे हैं। इसी कड़ी में नवगछिया एसडीओ उत्तम कुमार बिंद टोली बांध पर पहुंचे, जहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और कटाव रोधी कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने बांध से पलायन कर रहे लोगों से बातचीत भी की। उत्तम कुमार ने बताया कि पीड़ितों के लिए राहत शिविर और सामुदायिक किचन की व्यवस्था की जा रही है। लापरवाही कहां और कैसे हुई, और बांध कैसे टूटा, इसकी जांच जल संसाधन विभाग के अधिकारी करेंगे।