Edited By Ramanjot, Updated: 30 Jun, 2025 04:39 PM
1980 और 1985 में हुए चुनाव में फारबिसगंज सीट पर कांग्रेसी कैंडिडेट सरयू मिश्रा ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 1990 और 1995 के चुनाव में फारबिसगंज सीट पर बीजेपी के कैंडिडेट मायानंद ठाकुर ने कांग्रेस का वर्चस्व खत्म कर दिया था। वहीं 2000 के विधानसभा...
Forbesganj Assembly Seat: फारबिसगंज विधानसभा सीट बिहार की दो सौ 43 विधानसभा सीटों में से एक है। फारबिसगंज सीट, अररिया लोकसभा सीट के तहत आता है। 1951 में फारबिसगंज सीट अस्तित्व में आया था। 1951 में कांग्रेसी कैंडिडेट बोकाई मंडल ने फारबिसगंज सीट पर जीत हासिल किया था। 1957 में फारबिसगंज सीट से कांग्रेसी कैंडिडेट डूमर लाल बैठा ने विरोधियों को मात दे दिया था। 1962 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के कैंडिडेट सरयू मिश्रा ने जनता का भरोसा हासिल कर लिया था। 1962 में फारबिसगंज सीट पर जीत हासिल करने के बाद सरयू मिश्रा ने अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया था। 1967,1969,1972 और 1977 में बतौर कांग्रेसी कैंडिडेट सरयू मिश्रा ने फारबिसगंज सीट पर जीत का सिलसिला जारी रखा था।

1980 और 1985 में हुए चुनाव में फारबिसगंज सीट पर कांग्रेसी कैंडिडेट सरयू मिश्रा ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा था। 1990 और 1995 के चुनाव में फारबिसगंज सीट पर बीजेपी के कैंडिडेट मायानंद ठाकुर ने कांग्रेस का वर्चस्व खत्म कर दिया था। वहीं 2000 के विधानसभा चुनाव में फारबिसगंज सीट से जाकिर हुसैन खान ने बीएसपी के टिकट पर विरोधियों को मात दे दिया था। 2005 में बीजेपी के टिकट पर यहां से लक्ष्मी नारायण मेहता ने जीत हासिल कर लिया था। वहीं 2010 के चुनाव में बीजेपी के टिकट पर पद्म पराग रेणु ने फारबिसगंज सीट पर जीत का परचम लहरा दिया था तो 2015 और 2020 के चुनाव में फारबिसगंज सीट से बीजेपी की टिकट पर विद्यासागर केसरी ने जीत हासिल कर लिया था। इस बार भी फारबिसगंज सीट पर विद्यासागर केसरी पर ही बीजेपी दांव खेल सकती है।
Forbesganj Seat Result 2020 ।। एक नजर 2020 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2020 के चुनाव में फारबिसगंज सीट पर बीजेपी उम्मीदवार विद्यासागर केसरी ने जीत हासिल की थी। केसरी एक लाख दो हजार दो सौ 12 वोट लाकर पहले स्थान पर रहे थे तो कांग्रेस कैंडिडेट जाकिर हुसैन खान 82 हजार पांच सौ दस वोट लाकर दूसरे स्थान पर रहे थे। इस तरह से विद्या सागर केसरी ने जाकिर हुसैन खान को 19 हजार सात सौ दो वोट के अंतर से हराया था तो निर्दलीय कैंडिडेट प्रदीप कुमार देव छह हजार चार सौ 52 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
Forbesganj Seat Result 2015 ।। एक नजर 2015 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2015 के विधानसभा चुनाव में फारबिसगंज सीट से बीजेपी के कैंडिडेट विद्यासागर केसरी ने जीत हासिल कर लिया था। विद्या सागर केसरी ने चुनाव में 85 हजार नौ सौ 29 वोट हासिल किया था। वहीं आरजेडी के कैंडिडेट कृत्यानंद विश्वास को 60 हजार छह सौ 91 वोट ही मिल पाया था। इस तरह से विद्यासागर केसरी ने कृत्यानंद विश्वास को 25 हजार दो सौ 38 वोट के बड़े अंतर से हरा दिया था। वहीं जाप कैंडिडेट जाकिर हुसैन खान, 18 हजार आठ सौ 94 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
Forbesganj Seat Result 2010 ।। एक नजर 2010 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2010 के विधानसभा चुनाव में फारबिसगंज सीट से बीजेपी की टिकट पर पदम पराग राय रेणु ने जीत हासिल की थी। पदम पराग राय रेणु ने चुनाव में 70 हजार चार सौ 63 वोट हासिल किया था। वहीं एलजेपी के कैंडिडेट मायानंद ठाकुर ने 43 हजार छह सौ 36 वोट हासिल किया था। इस तरह से पद्म पराग राय रेणु ने मायानंद ठाकुर को 26 हजार आठ सौ 27 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं कांग्रेसी कैंडिडेट प्रकाश चौधरी ने 8 हजार एक सौ 85 वोट लाकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

Forbesganj Seat Result 2005 ।। एक नजर 2005 विधानसभा चुनाव के नतीजों पर
वहीं 2005 के विधानसभा चुनाव में फारबिसगंज सीट से बीजेपी कैंडिडेट लक्ष्मी नारायण मेहता ने जीत हासिल की थी। लक्ष्मी नारायण मेहता ने चुनाव में 61 हजार तीन सौ 54 वोट हासिल किया था तो आरजेडी कैंडिडेट जाकिर हुसैन खान को 55 हजार दो सौ 93 वोट मिला था। इस तरह से लक्ष्मी नारायण मेहता ने जाकिर हुसैन खान को 6 हजार 61 वोट के अंतर से हरा दिया था। वहीं एलजेपी कैंडिडेट दिव्य प्रकाश मंडल ने 3 हजार छह सौ 88 वोट लेकर तीसरा स्थान हासिल किया था।

फारबिसगंज विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की आबादी निर्णायक है लेकिन ब्राह्मण, राजपूत और यादव वोटर भी जीत-हार में अहम किरदार निभाते हैं। कई बार महागठबंधन के मुस्लिम कैंडिडेट को देख कर बहुसंख्यक समूह जाति भेद भूलकर बीजेपी को वोट कर देते हैं। यही वजह है कि कई बार इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार को जीत मिली है। इसलिए आरजेडी को अपने कैंडिडेट का चयन करने में कुशल रणनीति का परिचय देना चाहिए।