Edited By Swati Sharma, Updated: 27 Oct, 2024 10:37 AM
बिहार के सीमावर्ती जिलों में घुसपैठ बढ़ने के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दावे पर निशाना साधते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने शनिवार को कहा कि इसे रोकना केंद्र की...
पटना: बिहार के सीमावर्ती जिलों में घुसपैठ बढ़ने के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दावे पर निशाना साधते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा माले) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने शनिवार को कहा कि इसे रोकना केंद्र की जिम्मेदारी है।
'देश में घुसपैठ रोकना केंद्र का कर्तव्य'
वाम नेता ने अपने राज्यव्यापी दौरे ‘बदलो बिहार न्याय यात्रा' को पूरा करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि गिरिराज सिंह की पार्टी (भारतीय जनता पार्टी) गत एक दशक से केंद्र में सत्ता में है और यह सुनिश्चित करना उसकी जिम्मेदारी है कि कोई घुसपैठ न हो। भट्टाचार्य हाल ही में संपन्न हुई सिंह की ‘हिंदू स्वाभिमान यात्रा' के बारे में पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। केंद्रीय मंत्री द्वारा की गई कई विवादास्पद टिप्पणियों के कारण उनकी यात्रा चर्चा में रही थी। भारत-बांग्लादेश सीमा के नजदीक किशनगंज में यात्रा के दौरान सिंह ने कहा था, ‘‘अगर घुसपैठ पर रोक नहीं लगाई गई तो सीमांचल दूसरा कश्मीर बन जाएगा।'' भट्टाचार्य ने सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्री होने के नाते वह (गिरिराज सिंह) ऐसा कैसे कह सकते हैं? देश में घुसपैठ रोकना केंद्र का कर्तव्य है। सभी सीमा सुरक्षा बल केंद्र सरकार के अधीन आते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘यदि घुसपैठ हो रही है तो इसके लिए केंद्र की भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)सरकार जिम्मेदार है। भाजपा पिछले 10 वर्षों से केंद्र की सत्ता में है, उसे अपनी सरकार को दोषी ठहराना चाहिए।''
'भाजपा सत्ता का आनंद ले रही'
भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘केंद्रीय मंत्री द्वारा शुरू की गई यात्रा संविधान की भावना के खिलाफ है। हमें अपने संविधान और देश के धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा के लिए फासीवादी ताकतों से लड़ना होगा।'' सिंह की टिप्पणी से कथित तौर पर कुछ स्थानों पर पैदा हुए सांप्रदायिक तनाव और इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कथित ‘चुप्पी' पर सवाल उठाते हुए वामपंथी नेता ने दावा किया कि जदयू सुप्रीमो का वही हश्र होगा जो ओडिशा के उनके पूर्व समकक्ष नवीन पटनायक का हुआ था ‘‘जो अब विपक्ष में बैठे हैं जबकि भाजपा सत्ता का आनंद ले रही है।'' भट्टाचार्य ने आरोप लगाया,‘‘भाजपा और उसके नेताओं का एक छिपा हुआ एजेंडा है। यह कुमार को खत्म करना है, जैसा कि ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ हुआ।'' उन्होंने सवाल किया, ‘‘ कुमार राज्य में भाजपा नेताओं के नफरत भरे भाषणों पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं?''
'हम चाहते हैं कि ‘इंडिया' गठबंधन बरकरार रहे'
भट्टाचार्य ने झारखंड विधानसभा चुनाव पर कहा, ‘‘हम कम से कम पांच सीट चाहते थे, लेकिन हमें केवल चार सीट मिलीं... यहां तक कि हमें जो चार सीट की पेशकश की गईं, उनमें से एक पर झामुमो ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया है। हम चाहते हैं कि ‘इंडिया' गठबंधन बरकरार रहे। हालांकि, ‘इंडिया' गठबंधन के सहयोगियों के बीच बातचीत अभी भी जारी है।''