Edited By Tamanna Bhardwaj, Updated: 07 Oct, 2020 04:45 PM
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए (NDA) का गणित कुछ अलग सा ही है। भाजपा जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) जदयू के साथ भी है और लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) के साथ भी है, लेकिन LJP भाजपा का समर्थन तो कर रही है, लेकिन जदयू से उन्होंने दूरी बनाई...
पटनाः बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी एनडीए (NDA) का गणित कुछ अलग सा ही है। भाजपा जनता दल (यूनाइटेड) (JDU) जदयू के साथ भी है और लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) के साथ भी है, लेकिन LJP भाजपा का समर्थन तो कर रही है, लेकिन जदयू से उन्होंने दूरी बनाई हुई है। ऐसे में उधेड़बुन में फंसी भाजपा ने जदयू के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ी मजबूती से यह साफ कर दिया कि नीतीश कुमार को जो नेता नहीं मानेगा, वह बिहार एनडीए का हिस्सा नहीं रहेगा। यह भी साफ किया कि लोजपा पीएम नरेंद्र मोदी के ना तो नाम का इस्तेमाल कर पाएगी और ना ही फोटो का। बीजेपी की दाे टूक के बाद लाेजपा मंझधार में फंस गई है कि अब करें क्या?
बता दें कि एनडीए में सीट बंटवारे का ऐलान हो गया है। जदयू 122 और बीजेपी 121 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ऐसे में लोजपा सीट ना मिलने के वजह से खासा नाराज है। जिसके चलते चिराग पासवान लगातार सीएम नीतिश पर निशाना साध रहे हैं। लोजपा ने भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार चुनाव लड़ने से साफ मना कर दिया है। पार्टी बिहार में अकेले चुनाव लड़ रही है। लोजपा केंद्र सरकार में भाजपा की सहयोगी बनी रहेगी, लेकिन बिहार में उसके खिलाफ चुनाव मैदान में उतरेगी। लोजपा ने इस बात का भी एलान किया है कि बिहार में चुनाव के बाद वह भाजपा की सरकार बनाने में सहयोग करेगी।
ऐसे में प्रेस कांफ्रेंस में नीतिश ने साफ कर दिया है कि राम विलास पासवान से तो उनके रिश्ते लगाव के रहे हैं, लेकिन चिराग के बयानों का उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता।वहीं भाजपा ने लोजपा से साफतौर पर कहा गया है कि वह बिहार चुनाव में किसी भी तरह से पीएम मोदी और अमित शाह का नाम न ले। इस चुनाव में भाजपा और लोजपा अलग-अलग अपना दम दिखाएंगी। भाजपा की ओर से लोजपा को कहा गया है कि भाजपा के किसी बैनर, पोस्टर या भाषण में पीएम मोदी और भाजपा का नाम नहीं लिया जाना चाहिए। अब जब लोजपा एनडीए से अलग हो गई तो उसे पीएम मोदी के नाम को इस्तेमाल करने की अनुमति हरगिज नहीं दी जा सकती।